यूपी के सियासी समीकरण बदल सकता है मायावती का ये फैसला, किसे मिलेगा फायदा ?

0
144

UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर सियासी हलचल अपने चरम की ओर बढ़ रही है। एक तरफ जहां सभी राजनितिक दल अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान करने के साथ प्रचार अभियान में लगे हुए है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी की ओर से सूत्रों के हवाले से एक चौकाने वाली जानकारी निकल कर सामने आ रही है। राजनितिक जानकारों की माने तो बीएसपी चीफ मायावती के इस फैसले से इसका सीधा फायदा अखिलेश यादव और उनके सहयोगियों को मिल सकता है, साथ ही भाजपा भी इसका पुरा फायदा उठाने का प्रयास करेगी।

दरअसल, सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर है कि इस बार निकाय चुनाव में बसपा प्रमुख मायावती ने चुनाव प्रचार नहीं करने का फैसला किया है। अब अगर बसपा की सबसे बड़ी नेता मैदान में नही उतरेंगी तो इसका सीधा फायदा कहीं न कहीं से समाजवादी पार्टी को जरुर मिल सकता है। इस बात को इसलिए और भी बल मिल जाता है क्योंकि अब अखिलेश यादव मुस्लिम-यादव और दलित के फॉर्मूले को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। बीते कोलकाता अधिवेशन के बाद से समाजवादी पार्टी का खास फोकस अनुसूचित जाति के वोटर्स पर रहा है। इसके लिए पार्टी खास रणनीति पर काम भी कर रही है। वहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी सपा के साथ हर जगह नजर आ रहे हैं, इस वजह से सपा की कोशिश सफल होने की संभावना और बढ़ जाती है।

जहां एक नजरिये से ये कहा जा सकता है कि अगर मायावती चुनाव प्रचार नहीं करती हैं तो अनुसूचित जाति के वोटर्स को लेकर सपा की रणनीति सफल हो सकती है तो दूसरे नजरिए से देखें तो बीजेपी का भी सीधा फोकस ओबीसी और अनुसूचित वोटर्स पर रहा है। पार्टी ने इसके लिए कई जगहों पर सम्मेलन भी किए हैं। साथ ही बीजेपी अपनी सरकार की योजनाओं का हवाला दे रही है।

लेकिन सपा के नजरिये से खास बात ये है कि खतौली और मैनपुरी उपचुनाव में उसकी अनुसूचित वोटर्स वाली रणनीति कामयाब होती नजर दिखी थी। पार्टी को इन दोनों ही सीटों पर अनुसूचित वोटर्स के वोट पाने में कामयाब हुई थी। जिसके बाद कोलकाता में हुए अधिवेशन के बाद अनुसूचित वोटर्स के लिए खास रणनीति पर काम हो रहा है। अब ये देखने वाला होगा कि निकाय चुनाव में जब मायावती खुद मैदान में नहीं उतरेंगी तो क्या उनके प्रत्याशियों को नुकसान होगा या सपा-भाजपा में किसको इसका फायदा मिलेगा?

आपको बताते चलें, निकाय चुनाव के अंतर्गत दूसरे चरण के लिए नामांकन जारी है। राज्य में चार और 11 मई को निकाय चुनाव के लिए वोटिंग होनी है।

ये भी पढ़ें – अखिलेश-जयंत की दोस्ती में भी आई दरार? सपा के सामने रालोद ने उतारे प्रत्याशी