द लीडर हिंदी : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अभी से मिशन पंजाब में जुट गई है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने बुधवार को छह बड़े सिख नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इसमें कई रसूखदार लोग भी शामिल हैं. पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
भाजपा में जो छह बड़े सिख नेता शामिल हुए हैं उसमें ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट हरिंदर सिंह कहलों, गुरु काशी विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति जसविंदर सिंह ढिल्लों, पटियाला से एडवोकेट जगमोहन सिंह सैनी, मोहाली से एडवोकेट निर्मल सिंह, गुरदारपुर निवासी ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह कहलों और पटियाला से कर्नल जैबंस सिंह शामिल हैं.
डॉ. जसविंदर सिंह ढिल्लों, एडवोकेट हरिंदर सिंह कहलों, एडवोकेट जगमोहन सिंह सैनी, एडवोकेट निर्मल सिंह मोहाली, श्री कुलदीप सिंह कहलों और कर्नल जैबंस सिंह, राष्ट्रीय महासचिव श्री @dushyanttgautam की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। pic.twitter.com/8429P5b2EJ
— BJP (@BJP4India) June 16, 2021
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पंजाब में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी शर्मा हैं. वह मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पंजाब में पार्टी की रणनीति को लेकर लंबी बातचीत की थी. इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि कुछ बड़े सिख नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. जिससे भाजपा को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूती मिल सके.
बता दें कि अब तक भाजपा ज्यादातर विधानसभा चुनावों में शिरोमणि अकाली दर के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती रही है. अकाली दल के सहयोगी के रूप में भाजपा पंजाब की राजनीति में सक्रिय रहती थी. लेकिन नए कृषि कानूनों को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद है जिसको लेकर दोनों दलों के बीच आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होगा. पंजाब में भाजपा ने अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है.
पिछले चुनाव में मिली थी सिर्फ 3 सीटें
वर्ष 2017 में भाजपा ने अकाली दल के साथ पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं. इसमें से 77 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस सत्ता में आने में सफल रही थी. जबकि दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी रही थी. आप को 20 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, अकाली दल को 15 और भाजपा को सिर्फ 3 सीटें ही मिली थी.
पंजाब में हो सकता है चौतरफा मुकाबला
पंजाब में भाजपा और अकाली दल के बीच का गठबंधन टूटने के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में चौतरफा मुकाबला हो सकता है. भाजपा, कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. इससे पंजाब में इस बार सियासी घमासान बेहद रोचक होने की आशंका जताई जा रही है.