हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की तैयारी में मध्य प्रदेश सरकार, अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन होगा नाम

द लीडर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की तैयारी है। अब ये स्टेशन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। मध्यप्रदेश सरकार ने इसके लिए अधिसूचना जारी की है। ज्ञात हो कि, इसके लिए शिवराज सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि, वर्तमान में रेलवे स्टेशन का नाम हबीबगंज रेलवे स्टेशन है जिसे बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया जाए। मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग की तरफ से ये चिट्ठी केंद्र सरकार को लिखी गई थी।


यह भी पढ़ें: एक दूसरे के गढ़ में बीजेपी-सपा : आज आज़मगढ़ में अमित शाह तो गोरखपुर में अखिलेश की रैलियां


 

दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी 15 नवंबर को आधुनिक सुविधाओं से लेस हबीबगंज के रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने वाले हैं। इससे पहले भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग कर चुकी हैं।


यह भी पढ़ें:  किसानों को पंजाब सरकार का समर्थन : 26 जनवरी की घटना मामले में गिरफ्तार किए गए 83 लोगों को मिलेगा 2-2 लाख मुआवजा


 

प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ट्वीट किया कि, भोपाल में 15 नवंबर 2021 को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जनजातीय गौरव दिवस पर आना हमारे भोपाल के लिए शुभ संकेत हैं। मुझे विश्वास है कि, मोदी जी हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वापपेयी जी के नाम पर रखने की घोषणा करेंगे।


यह भी पढ़ें:  सेंट्रल एशिया से घोड़ों पर सवार होकर आए हमारे बुजुर्ग, एक हाथ में तलवार-दूसरे में कुरान…


 

बता दें कि, करोड़ों रूपये के प्रोजेक्ट वाले हबीबगंज स्टेशन को पीपीपी मोड पर तैयार किया गया है। हबीबगंज स्टेशन देश का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है जहां एयरपोर्ट की तरह वर्ल्ड क्लास सुविधाएं यात्रियों को मिल सकेंगी। इस स्टेशन पर लोग बिना भीड़भाड़ के ट्रेन की बर्थ तक पहुंच सकेंगे। जो यात्री स्टेशन स्टेशन पर उतरेंगे, वे भी दो अलग-अलग मार्गों के जरिये स्टेशन के बाहर सीधे निकल जाएंगे।

कैसे पड़ा हबीबगंज नाम?

इस रेलवे स्टेशन का नाम हबीब मियां के नाम पर रखा गया है। पहले इसका नाम शाहपुर हुआ करता था। साल 1979 में हबीब मियां ने रेलवे के विस्तार के लिए अपनी जमीन दान पर दी थी, जिसके बाद इस रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर पड़ गया और एमपी नगर का नाम गंज हुआ करता था, जिसके बाद हबीब और गंज को मिलाकर हबीबगंज नाम कर दिया गया।


यह भी पढ़ें:  क्या कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने ‘जय श्री राम’ कहने वालों की तुलना राक्षस से की, बीजेपी ने जमकर बोला हमला


 

indra yadav

Related Posts

बरेली में केलाडांडी का माहौल जांचने पहुंचे डीएम-एसएसपी

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में जुमे के दिन जिस केलाडांडी गांव में मस्जिद बनाम विवादित स्थल का तनाज़ा खड़ा हुआ, वहां माहौल का जायज़ा लेने के लिए…

बरेली में बिना रंजिश क्यों क़त्ल किए गए सेना के रिटायर्ड माली

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में कैंट के मिलिट्री डेयरी फॉर्म के पास झोंपड़ीनुमा कमरा बनाकर रहने वाले बुज़ुर्ग रिटायर्ड माली की लाश मिली है. तब जबकि उन्हें…