द लीडर। यूपी में अगले साल चुनाव होना है. जिसको लेकर सभी पार्टियां तो अपनी तैयारियों में लगी है. वहीं चुनाव आयोग भी यूपी दौरे पर रहकर यहां की स्थिति का जायजा ले रहे हैं. लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश में मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दुर्गा शंकर मिश्रा को दी गई है. जी हां दुर्गा शंकर मिश्रा यूपी से गहरा नाता है. बता दें कि, दुर्गा शंकर मिश्रा ने आज उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया है. इसी के साथ दुर्गा शंकर एयरपोर्ट से सीधा चुनाव आयोग की मीटिंग में पहुंचे. इस दौरान उन्हें एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया था. इससे पहले आज सुबह ही योगी सरकार ने नए मुख्य सचिव के तौर पर दुर्गा शंकर मिश्रा की नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया. दुर्गा शंकर मिश्रा 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले थे. सरकार ने उन्हें 1 साल का सेवा विस्तार दिया है.
कौन हैं दुर्गा शंकर मिश्रा ?
दुर्गा शंकर मिश्रा साल 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. इतना ही नहीं, दुर्गा शंकर मिश्रा दिल्ली मेट्रो के चेयरमैन भी रह चुके हैं. उन्होंने कानपुर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT-K) से इंजीनियरिंग की है और फिर वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री ली. इसके अलावा, दुर्गा शंकर मिश्रा केंद्र और प्रदेश सरकार में कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं. यूपी के मऊ में जन्मे दुर्गा शंकर मिश्रा ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है. वे मऊ जनपद के रहने वाले हैं. दुर्गाशंकर मिश्र आगरा और सोनभद्र समेत कई जनपदों के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं. 21 जून 2017 को उन्हें शहरी मामलों के सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया था. यूपी में मिश्र नियुक्ति एवं कार्मिक, कर एवं पंजीकरण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में भी सेवा दे चुके हैं. दुर्गा शंकर मिश्रा बीटेक में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आईआईटी कानपुर से स्नातक हैं. उनके पास एमबीए की डिग्री भी है. दुर्गाशंकर मिश्र पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय और अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक अध्ययन संस्थान में मेंटर की भूमिका निभा चुके हैं.
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बता दें कि, दुर्गा शंकर मिश्रा प्रमुख सचिव (नियुक्ति और कार्मिक), सचिव (कर और पंजीकरण), सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण), उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम (SDCFC) के प्रबंध निदेशक, जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर आगरा और सोनभद्र जिला, कानपुर विकास प्राधिकरण और नगरपालिका आयुक्त में जिला उपाध्यक्ष, कानपुर में उत्तर प्रदेश सरकार केंद्रीय आवास और शहरी मामलों में सचिव, शहरी विकास मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, खान मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में भी शामिल रहे हैं.
चर्चा में रहा दुर्गा शंकर मिश्रा का नाम
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव पद के लिए दुर्गाशंकर मिश्रा का नाम पिछले करीब ढाई साल से चल रहा था. फरवरी 2019 में तत्कालीन मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय के रिटायरमेंट के वक्त भी दुर्गा शंकर मिश्रा का नाम रेस में था, मगर अनूप चंद्र पांडेय को 6 महीने का सेवा विस्तार मिल गया. इसके बाद अगस्त महीने में भी उनके नाम की चर्चा रही. कुछ रिपोर्ट्स में तो उन्हें केंद्र से बुलाने तक की बात कही गई, मगर आखिर में राजेंद्र कुमार तिवारी को मुख्य सचिव बनाया गया.
मिश्रा के कार्यकाल में देशभर के 5 शहरों में दौड़ी मेट्रो
सीनियर आईएएस दुर्गा शंकर मिश्रा को अगर ‘मेट्रो मैन’ कहा जाए, तो कहीं से भी अतिशयोक्ति नहीं होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि यह पहले आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय सचिव हैं जिनके कार्यकाल में एक-दो नहीं बल्कि पूरे पांच मेट्रो रेल प्रॉजेक्ट्स पूरे हुए. दुर्गा शंकर मिश्रा ने जून 2017 में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय सचिव के पद का चार्ज लिया था. उनके कार्यकाल में 5 सितंबर 2017 को लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन हुआ, 29 नवंबर 2017 को हैदराबाद मेट्रो, 25 जनवरी 2019 को नोएडा मेट्रो, 4 मार्च 2019 को अहमदाबाद मेट्रो, 8 मार्च 2019 को नागपुर मेट्रो और एक दिन पहले 28 दिसंबर 2021 को कानपुर मेट्रो का उद्घाटन हुआ.
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रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ कानपुर मेट्रो का काम
नए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने यूपी की मेट्रो परियोजनाओं पर बेहतरीन काम किया है. यूपी मेट्रो कार्पोरेशन ने काम शुरू होने के रिकॉर्ड 2 साल 43 दिनों के अंदर कानपुर मेट्रो के प्रयॉरिटी सेक्शन का काम पूरा कर दिया. इसी बीते दो साल के दौरान कोविड भी आया, लॉकडाउन भी लगा…एक समय ऐसा था जब काम करने के लिए मजदूर तक नहीं थे, मगर इन सारी मुश्किलों से पार पाते हुए कानपुर मेट्रो का काम रेकॉर्ड समय में पूरा हुआ. इसमें बतौर सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का अहम रोल रहा. वह लगातार UPMRC के अधिकारियों से मेट्रो प्रॉजेक्ट का स्टेटस लेते रहे और लॉकडाउन के दौरान सामने आई मुश्किलों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई.
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव थे मिश्रा
गौरतलब है कि, नए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की इस नियुक्ति को चुनाव से पहले एक बड़ा एक्शन माना जा रहा है. इससे पहले यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी थे. मुख्य सचिव का पद आरके तिवारी से लेकर दुर्गा शंकर मिश्रा को दे दिया गया है. वे अभी तक केंद्र में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव पद पर कार्यरत थे.
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और सीएम योगी की सरकार की इसमें कड़ी परीक्षा भी हो रही है. विरोधी दल दुर्गाशंकर मिश्र की नियुक्ति पर सियासी टिप्पणी करने लगे हैं. फिलहाल यूपी को अपना नया मुख्य सचिव मिल गया है.
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