द लीडर हिंदी : पिछले डेढ़ महीने में भारत में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते हुए देखे गए. 31 दिसंबर, 2023 को एक दिन में सबसे ज्यादा 841 नए मामले सामने आए थे, इसके बाद संक्रमण में ज्यादा उछाल नहीं देखा जा रहा है. कुल सक्रिय मामलों में से ज्यादातर (लगभग 92 प्रतिशत) सेल्फ आइसोलेशन और सामान्य इलाज से ठीक हो रहे हैं.
मिली रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दैनिक संक्रमितों के मामले अब धीरे-धीरे थमने लगे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक सक्रिय मामले अब 21 दिसंबर 2023 के बाद से सबसे निचले स्तर पर आ गए हैं. वही गुरुवार को देश में कोरोना के एक्टिव केस 2,439 दर्ज किए गए. बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि देश में एक दिन में 355 नए संक्रमणों की पुष्टि की गई है और सक्रिय मामलों की संख्या अब 2,331 है.
वही स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दिन प्रतिदिन कोरोना के मामलों में सुधार आ रहा है, हालांकि यहां ध्यान रखना जरूरी है कि JN.1 वैरिएंट का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. देश के कई राज्य इससे प्रभावित हैं. इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ये वैरिएंट कई देशों में तेजी से लोगों में संक्रमण के जोखिमों को बढ़ा रहा है.
जानिए किन राज्यों में JN.1 सबसे ज्यादा प्रभावी
गुरुवार को इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) द्वारा साझा की गई जानकारियों के मुताबीक, देश में अब कोविड-19 सब-वेरिएंट JN.1 के कुल मामले 1,226 हैं। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में अब तक के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. ये वैरिएंट 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में देखा जा चुका है. कर्नाटक में JN.1 सब-वेरिएंट के 234 मामले पाए गए हैं. इसके बाद महाराष्ट्र (170), आंध्र प्रदेश (189), केरल (156), गोवा (90), तमिलनाडु (88) पश्चिम बंगाल (96), और गुजरात (76) हैं
संक्रमण के मामले ज्यादा ना फैले इस पर निगरानी रखने की सलाह
देश के कई राज्यों में ये वैरिएंट बढ़ा जरूर है पर स्थिति नियंत्रित है. प्राप्त आंकड़ों के मुताबीक, राजस्थान में नए वैरिएंट के 37 मामले, उत्तर प्रदेश में 7, तेलंगाना में 32, छत्तीसगढ़ में 25, हरियाणा में पांच, दिल्ली में 16, ओडिशा में तीन और उत्तराखंड और नागालैंड में एक-एक मामला दर्ज किया गया.
वही लगातार देश में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर संक्रमण पर निगरानी बनाए रखने को कहा है। राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई कोविड-19 के लिए संशोधित दिशा-निर्देशों का लगातार पालन करते रहें।
कोरोना को लेकर क्या है डॉक्टर्स की सलाह?
डॉक्टर कहते हैं, कोरोना के मामलों में उतार-चढ़ाव लगातार देखा जा रहा है. नए वैरिएंट्स भी सामने आ रहे हैं, इससे स्पष्ट होता है कि वायरस हमारे वातावरण में है और मौका मिलते ही बढ़ना शुरू कर देता है. देश में पिछले 4-5 दिनों से दैनिक संक्रमण के मामले कम हुए हैं. हमें लगातार सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की स्वच्छता का हमेशा ध्यान रखें। ये कोरोना के साथ आपको कई और प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाकर रखने में मददगार है. जिस तरह से कई देशों में नए वैरिएंट के कारण संक्रमण बढ़ा है, हमें हमेशा अलर्ट रहने की आवश्यकता है.