द लीडर : कर्नाटक में हिजाब पहनकर पढ़ाई के हक़ को लेकर प्रदर्शन करने वाली छात्राओं के ख़िलाफ एफआइआर दर्ज़ की जाने लगी है. ज़िला तुमकुर के गर्ल्स गर्वमेंट पीयू कॉलेज किे बाहर प्रोटेस्ट करने पर पुलिस ने 15 छात्राओं के ख़िलाफ एफआइआर दर्ज़ की है. इन पर धारा-144 के उल्लंघन का इल्ज़ाम है. रिपोर्ट्स के मुताबिक आइपीसी की धारा-143, 145, 188 और 149 के तहत प्राथमिकी दर्ज़ की है. वहीं, शिवमोगा के एक कॉलेज ने 58 छात्राओं को सस्सपेंड कर दिया है. (Karnataka Hijab FIR on Students)
कर्नाटक में हिजाब पहनकर पढ़ाई पर पाबंदी लगा दी गई है. स्कूल-कॉलेजों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है. इसी को लेकर मुस्लिम छात्राएं विरोध कर रही हैं. इस मांग के साथ कि हिजाब के साथ पढ़ाई का जो अधिकार अब तक हासिल था, वो दिया जाए.
कर्नाटक हाईकोर्ट में हिजाब को लेकर सुनवाई चल रही है. सोमवार को फिर सुनवाई की तारीख़ मुकर्रर है. कर्नाटक सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने सभी शिक्षण संस्थानों को हिजाब पर रोक का आदेश जारी किया है. (Karnataka Hijab FIR on Students)
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जिससे अल्पसंख्यक संस्थानों में अभी छात्राओं को हिजाब पहनकर आने की इजाज़त नहीं है. इस पाबंदी से आह़्त जैन पीयू कॉलेज की एक इंग्लिश लेक्चरर चांदनी नाज़ ने इस्तीफा भी दे दिया है. तो दूसरी तरफ जो छात्राएं हिजाब के साथ कॉलेज पहुंच रही हैं. उन्हें पुलिस की सख़्ती का सामना करना पड़ रहा है.
विवाद के बीच कई कॉलेजों के अल्पसंख्यक छात्रों ने भी कक्षा अटैंड करने से इनकार कर दिया है. वे मांग कर रहे हैं कि छात्राओं को हिजाब के साथ पढ़ाई की अनुमति दी जाए, तभी भी कॉलेज आएंगे. (Karnataka Hijab FIR on Students)
Fir regd by #Tumkuru police against 15 unknown #Muslim girl students for protesting infront of Empress college demanding them to be allowed inside class wearing #HijabRow. Booked under 143/145/188. Complainant principal says despite section 144. #KarnatakaHijabControversy pic.twitter.com/rc4bZFskQZ
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 18, 2022
कर्नाटक में पिछले साल दिसंबर से हिजाब पर विवाद छिड़ा है. शुरुआत में उडुप्पी के पीयू कॉलेज ने हिजाब के साथ पढ़ाई पर रोक लगाई. और अब ये रोक पूरे राज्य के शिक्षण संस्थानों में लग गई है. राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में कहा कि हिजाब को संवैधानिकता की कसौटी पर रखना जाना चाहिए.
राज्य में हिजाब को लेकर जारी विवाद की देश-दुनिया में आलोचना हो रहा है. और इसे अल्पसंख्यकों के मौलिक अधिकारों पर हमले के तौर पर देखा जा रहा है. (Karnataka Hijab FIR on Students)