प्रदर्शकारियों के एक समूह ने आज ऑस्ट्रेलिया की पुरानी संसद में आग लगा दी। इससे पहले वहां मौजूद प्रदर्शकारियों की पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई, लेकिन माहौल गरमाते देख पुलिस ने भी कदम खींच लिए। इमारत में आग लगने से प्रवेश द्वार और कई प्रमुख बाहरी हिस्सों को नुकसान पहुंचा है। (Australia Set Fire Parliament)
यह बात सीधे तौर पर साफ नहीं हुई है कि आग लगाई किसने और कौन जिम्मेदार है। लेकिन कई स्थानीय मीडिया रिपोर्टों ने फुटेज के जरिए इशारा दिया कि आग तब लगी जब प्रदर्शनकारियों का एक छोटा समूह इमारत के बाहर इकट्ठा हुआ, यह समूह आदिवासियों स्वदेशी लोगों के साथ उचित व्यवहार करने की मांग कर रहा था।
यही वह समूह है, जिसके आह्वान पर कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया में कोविड प्रोटोकॉल और अनिवार्य टीकाकरण के विरोध में लाखों लोगों की रैली निकली।
MMAMV (Millions March Against Mandatory Vaccination and Passports) नाम से सक्रिय ऑस्ट्रेलिया स्वयंसेवक समूह ने हैशटैग #takeoldparliament का इस्तेमाल कर पुरानी संसद में आग लगने की घटना को फेसबुक पर लाइव-स्ट्रीम किया। इस पेज पर अन्य पोस्ट औपनिवेशिक आक्रमण और एक अत्याचारी साम्राज्य से लड़ने पर केंद्रित हैशटैग से पोस्ट की गई हैं। (Australia Set Fire Parliament)
More footage of people watching as a fire consumes the front entrance to Old Parliament House in Canberra. Police and other agencies will have lots of footage to work with as they investigate. pic.twitter.com/xwbhlpB5zM
— Siobhan Heanue (@siobhanheanue) December 30, 2021
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों और वीडियो में पुरानी संसद की इमारत के प्रवेश द्वार पर लकड़ी के दो दरवाजों से आग की लपटें और धुआं निकलता दिख रहा है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इमारत का अधिकांश हिस्सा आग से अछूता रहा और आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया। नुकसान के बारे में फिलहाल कोई अनुमान जाहिर नहीं किया गया है।
यह इमारत 1927 और 1988 के बीच ऑस्ट्रेलिया की संघीय संसद थी। इसमें ऑस्ट्रेलियाई लोकतंत्र का संग्रहालय है और यह कैनबरा में लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।
एसीटी पुलिस ने एक बयान में कहा, “प्रदर्शनकारियों द्वारा इमारत के सामने के दरवाजों पर आग लगने के बाद पुराने संसद भवन को खाली करा लिया गया था – आग को एसीटी फायर एंड रेस्क्यू द्वारा तुरंत बुझा दिया गया।”
संग्रहालय ने बयान में कहा कि म्यूजियम “अगली सूचना तक बंद रहेगा, इस बीच आग से हुए नुकसान भी लगाया जाएगा।”
संसद सदस्य डेविड लिटिलप्राउड ने आगजनी की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी जाति, आपका धर्म क्या है, इस देश में आपका विश्वास कितना है, लेकिन किसी को भी राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है, खासतौर पर हमारे लोकतंत्र के प्रतीक को नुकसान पहुंचाने का, जिसकी खातिर हजारों ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने बलिदान दिया है।’ (Australia Set Fire Parliament)
बताया जा रहा है, “पुराने संसद भवन के सामने पिछले एक पखवाड़े से विरोध प्रदर्शन चल रहा है।”