यूपी को Ganga Expressway का तोहफा : पीएम मोदी ने किया शिलान्यास, कहा- खुलेंगे विकास के द्वार

0
640

द लीडर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी को बड़ी सौगात दी है. जी हां पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद अब यूपी को गंगा एक्सप्रेसवे का तोहफा मिल गया है। बता दें कि, शनिवार को शाहजहांपुर में 36,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास कर दिया है. गंगा एक्सप्रेस वे को उत्तरप्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बताया जा रहा है. इसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी. गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ से प्रयागराज तक यूपी के 12 जिलों से होकर गुजरेगा. ये एक्सप्रेस-वे यूपी के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र को आपस में जोड़ेगा. यह एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग (NH-334) पर मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज बाइपास (NH-19) पर जुडापुर दांदू ग्राम के पास समाप्त होगा.

गंगा एक्सप्रेसवे यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा

शाहजहांपुर में गंगा-एक्सप्रेस वे शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बोलते हुए कहा कि, माँ गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा. कल ही पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रौशन सिंह का बलिदान दिवस है। अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के इन तीनों सपूतों को 19 दिसंबर को फांसी दी गई थी। भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले ऐसे वीरों का हम पर बहुत बड़ा कर्ज है।


यह भी पढ़ें: दुनिया का सबसे संगठित मुस्लिम समुदाय, जो मुसलमानों के बीच अल्पसंख्यक है


 

यूपी के लोगों को मिल रहा वरदान

पीएम मोदी बोले कि, ये जो आज यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है. जो नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं, नए रेलवे रूट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं।

पहला वरदान- लोगों के समय की बचत
दूसरा वरदान- लोगों की सहूलियत में बढोतरी, सुविधा में बढ़ोतरी
तीसरा वरदान- यूपी के संसाधनों का सही उपयोग
चौथा वरदान- यूपी के सामर्थ्य में वृद्धि
पांचवा वरदान- यूपी में चौतरफा समृद्धि

गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के फायदे

● एक्सप्रेस के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण समय की बचत एवं के पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।

● परियोजना अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।

●एक्सप्रेसवेादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन ईकाईयों विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा।

● एक्सप्रेसवे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु अवसर सुलभ होंगे।

● एक्सप्रेसवे खादय प्रसंस्करण इकाईयो, भण्डारण ग्रह मण्डी तथा दुध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।


यह भी पढ़ें:  यूपी चुनाव से पहले सपा नेताओं के यहां आयकर विभाग का छापा, जानिए अखिलेश यादव ने क्या कहा ?


 

गंगा एक्सप्रेसवे के बारे में ?

● उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है गंगा एक्सप्रेसवे

● मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर है इसकी लंबाई

● एक्सप्रेसवे के बेहतर नेटवर्क और इंटरकनेक्टिविटी से उत्तर प्रदेश का हर छोर प्रदेश और देश की राजधानी से जुड़ेगा

● सिक्स लेन के इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 36230 करोड़ रुपये

● गंगा एक्सप्रेसवे में सात रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 375 अंडरपास, 9 जन सुविधा कांप्लेक्स, दो टोल प्लाजा और 15 रैंप टोल प्लाजा का होगा निर्माण

● एक्सप्रेस वे पर 17 स्थानों पर इंटरचेंज की मिलेगी सुविधा

● शाहजहांपुर में साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का भी होगा निर्माण

● एक्सप्रेसवे के किनारे 18 लाख 55 हजार पेड़ लगाए जाएंगे

● रुहेलखंड और विंध्य इलाके के कम विकसित क्षेत्रों में कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा

● उत्पादन इकाइयों, विकास केंद्रों और कृषि उत्पादन केंद्रों क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने के लिए औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में मददगार होगा

● शिक्षण, प्रशिक्षण और मेडिकल संस्थान की स्थापना के लिए अवसर सुलभ होंगे

● यह एक्सप्रेसवे जिला मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहापुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर जायेगा।

● यह एक्सप्रेसवे 06 लेन (08 लेन विस्तारणीय की है इसकी लम्बाई 504 किमी0 एवं राइट ऑफ वे 120 मी० लिया गया है।

● परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा हेतुस्टैग रूप में सर्विस रोड का प्रावधान किया गया है।

● एक्सप्रेसवे निर्माण के अंतर्गत 07 आरओबी 14 दीर्घ सेतु 126 लघु सेतु 381 अण्डरपासेज का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। एक्सप्रेसवे उपयोगकर्ताओं की सुविधा हेतु 09 जनसुविधा परिसर बनाया जाना प्रस्तावित है।

● खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भंडारण, कृषि मंडी तथा दूध आधारित उद्योगों की स्थापना में एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा


यह भी पढ़ें:  अब दुनिया में कहीं से भी संग-ए-असवद चूम सकेंगे मुसलमान


 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here