शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ ED का बड़ा एक्शन, करोड़ों की प्रॉपर्टी हुई अटैच

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द लीडर | शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पत्रा चाल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत की करोड़ों की संपत्ति अटैच की है। ईडी ने पीएमएलए जांच में राउत से जुड़े अलीबाग के आठ प्लॉट और मुंबई के फ्लैट कुर्क किए। बताया जा रहा है ये घोटाला 1034 करोड़ रुपये का है।


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संजय राउत बोले- असत्यमेव जयते

ईडी की कार्रवाई पर संजय राउत ने ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा, ‘असत्यमेव जयते!!’ वहीं बीजेपी नेता किरीट सोमैया का भी इसपर बयान आया है। उन्होंने कहा कि संजय राउत ने ईडी को बताया था कि उन्होंने 55 लाख रुपये का चेक प्रवीण राउत को लौटा दिया था। प्रवीण अभी जेल में है, सवाल है कि क्या संजय राउत उनके बिजनेस पार्टनर थे? मैंने ईडी से इस मामले में संजय राउत की भूमिका की जांच की मांग उठाई थी।

क्या है मामला?

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 2007 में, HDIL (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की एक सहयोगी कंपनी, गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को MHADA (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा पात्रा चॉल के पुनर्विकास के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला था। गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे और लगभग 3000 फ्लैट MHADA को सौंपने थे। कुल भूमि 47 एकड़ की थी। MHADA और पात्रा चॉल किरायेदारों को फ्लैट सौंपने के बाद गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को बची हुई भूमि को बिक्री और डेवलपमेंट के लिए अनुमति दी जानी थी।

संजय राउत से क्या कनेक्शन? 

ईडी ने मामले में ईसीआईआर दर्ज किया और 1 फरवरी को एजेंसी ने प्रवीण राउत और उनके सहयोगी सुजीत पाटकर के आवास कार्यालयों सहित लगभग सात स्थानों पर तलाशी ली। प्रवीण राउत को 2 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पाटकर का बयान ईडी ने दर्ज किया था।

प्रवीण राउत शिवसेना नेता संजय राउत के दोस्त हैं और पीएमसी बैंक घोटाला मामले में जांच के दौरान उनका नाम भी सामने आया था। यह पता चला था कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण दिया था, जिसका उपयोग राउत परिवार द्वारा दादर में एक फ्लैट खरीदने के लिए किया गया था। ईडी ने वर्षा और माधुरी राउत का बयान दर्ज किया था।

ईडी के सूत्रों के अनुसार, 2010 में, प्रवीण राउत को इक्विटी और भूमि सौदे की बिक्री की आड़ में उनके बैंक खाते में 95 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जबकि कंपनी प्रोजेक्ट को पूरा करने में सक्षम नहीं थी और कोई आय भी नहीं हुई थी। एक अन्य व्यक्ति, सुजीत पाटकर, जिसके आवास पर ईडी ने मामले के सिलसिले में तलाशी ली थी, वह प्रवीण राउत का सहयोगी है, और संजय राउत के साथ भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।

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