ईडी को अभी और करना होगा इंतजार, 19 फरवरी को नहीं पेश हुए केजरीवाल-पढ़िए वजह

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द लीडर हिंदी : सीएम केजरीवाल भी राजनीति के मास्टर निकले ये कहना गलत नहीं होगा. क्योकि जिस तरह से वो ईडी को नजर अंदाज कर रहे है. इससे तो साफ जाहिर होता है कि सियासत में सीएम केजरीवाल अच्छी तरह से मंझ चुके है. तभी वो कोर्ट में वर्चुअल पेश हुए.क्योकि उन्हें अंदेशा है अगर वो ईडी के सामने पेश होते है. तो वो राजनीति का शिकार हो जाएंगे. उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तारी की बात वो पहले भी कई बार कर चूके है. लेकिन तब भी दिल्ली की सियासत में अगले 16 मार्च तक काफी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन पर समन दिए जा रहे हैं. दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में ईडी के छठे समन पर अरविंद केजरीवाल पेश तो हुए लेकिन वर्चुअली. अब तक केजरीवाल को पूछताछ के लिए पांच बार समन भेजा गया, लेकिन वह एक बार भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. ईडी के छठे समन पर केजरीवाल को कोर्ट के सामने जवाब देना था कि पांच-पांच समन मिलने के बावजूद वे ईडी दफ्तर क्यों नहीं पहुंचे.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाजिर हुए अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट को सफाई दी कि दिल्ली सरकार के बजट और विश्वास प्रस्ताव की वजह से वह पेश नहीं हो पाए. वही 16 मार्च को अब इस मामले की अगली सुनवाई होगी, जिसमें केजरीवाल प्रत्यक्ष रूप से हाजिर रहेंगे. भाजपा के गले की फांस बन चुके केजरीवाल को ईडी शायद आप नेताओं मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन की तरह सलाखों के पीछे देखना चाहती है.

`मास्टरमाइंड’ के निर्देश पर केजरीवाल के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है.बतादें सीएम केजरीवाल सोमवार को भी उत्पाद शुल्क नीति मामले में चल रही जांच में शामिल नहीं होंगे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छठी बार समन जारी कर 19 फरवरी को पेश होने के लिए कहा था. वही आम आदमी पार्टी ने जांच में शामिल न होने की वजह बता दी है.

आम आदमी पार्टी ने कहा कि ईडी के समन की वैधता का मामला अब कोर्ट पहुंच गया है.समन को लेकर एजेंसी खुद कोर्ट गई हुई है. इडी कोर्ट के फैसला का इंतजार करे.