द लीडर | महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत को बड़ा झटका लगा है. शिंदे गुट पर लगातार निशाना साध रहे शिवसेना सांसद को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने समन भेजा है और कल पेश होने को कहा है. ईडी की ओर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है. बता दें कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हिरासत में हैं. अब सियासी उठापटक के बीच संजय राउत को समन किया गया है.
पात्रा चॉल जमीन घोटाला केस में समन
प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले के केस में समन जारी किया है और पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके अलावा राउत परिवार के दूसरे सदस्यों से भी पूछताछ की जा रही है.
समन के बाद संजय राउत ने किया ट्वीट
ईडी द्वारा समन भेजे जाने के बाद संजय राउत (Sanjay Raut) ने ट्वीट कर कहा, ‘मुझे अभी पता चला कि ईडी ने मुझे समन भेजा है. अच्छी बात है. महाराष्ट्र में इतनी बड़ी राजनीतिक हलचल चल रही है. हम सब बाला साहेब के शिव सैनिक बड़ी लड़ाई में उतरे हैं. यह मुझे रोकने की साजिश है. आप मेरा सिर भी काट दें तो भी मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाऊंगा. मुझे गिरफ्तार कर लो. जय हिंद.
I just came to know that the ED has summoned me.
Good ! There are big political developments in Maharashtra. We, Balasaheb's Shivsainiks are fighting a big battle. This is a conspiracy to stop me. Even if you behead me, I won't take the Guwahati route.
Arrest me !
Jai Hind! pic.twitter.com/VeL6qMQYgr— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 27, 2022
केंद्र पर हमलावर हुईं पार्टियां
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, भाजपा से परम भक्ति का सबसे बड़ा उधारण पेश करती हुई ED डिपार्टमेंट. आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ED के कार्यालय का नाम बदलकर BJP कार्यालय रख देना चाहिये. संजय राउत जी ने कोई गुनाह किया तो ED अब तक सो क्यों रही थी? क्या ED को MLA किड्नैपिंग गैंग (भाजपा) ने आदेश दिया है ? कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ईडी की कार्रवाई दिल्ली से सुनियोजित है. हम अगली रणनीति के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
टीएमसी पार्टी के नेता साकेत गोखले ने ट्वीट कर कहा, अनुमान के मुताबिक, ईडी ने अभी शिवसेना सांसद संजय राउत और नेता को समन जारी किया है. उन्हें कल पूछताछ के लिए बुलाया गया है. यह विडंबना ही है कि मोदी कितनी बेशर्मी से इमरजेंसी की बात करते हैं, जब उनकी सरकार खुले तौर पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और सरकारों को गिराने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही हैं.
बीजेपी ने कहा- हिसाब तो देना पड़ेगा
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट किया, मेरी मां, पत्नी और मेरे बेटे और मुझे जेल भेजने की साजिश नाकाम रही. हमें धमकी दो, गाली दो लेकिन हिसाब तो देना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ट्वीट किया, शिवसेना की शक्ति अब अतीत की बात है. युवराज को धमकी देना बंद कर देना चाहिए, जो अपने शरीर पर बैठे मच्छरों को भी नहीं मार सकते. ‘गुवाहाटी के होटल से बाहर निकलेंगी विद्रोहियों की लाशें’, जैसे बयानों पर कौन विश्वास करेगा. क्या ऐसी धमकी देना अपराध नहीं है?
क्या होती है मनी लॉन्ड्रिंग?
मनी लॉन्ड्रिंग बड़ी मात्रा में अवैध पैसे को वैध पैसा बनाने की प्रक्रिया है. सीधे शब्दों में कहें तो ब्लैक मनी को वाइट करने को मनी लॉन्ड्रिंग कहते हैं. ब्लैक मनी वो पैसा है, जिसकी कमाई का कोई स्रोत नहीं होता, यानी उस पर कोई टैक्स नहीं दिया गया है. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ऐसा लगता है कि पैसा किसी लीगल सोर्स से आया है, लेकिन वास्तव में पैसे का मूल सोर्स कोई आपराधिक या अवैध गतिविधि होती है. धोखेबाज इस प्रोसेस का इस्तेमाल अवैध रूप से इकट्ठा पैसे को छिपाने के लिए करते हैं.
महाराष्ट्र में जारी है सियासी संकट
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बागी तेवरों ने महाराष्ट्र की सरकार को संकट में डाल रखा है. एकनाथ शिंदे शिवसेना के बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं. शिंदे का दावा है कि उनके पास शिवसेना के 39 विधायकों समेत 50 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. उधर, शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने भी दावा किया है कि शिवसेना के 1-2 विधायक उनके खेमे में आने वाले हैं. दीपक केसरकर ने कहा, इन विधायकों के साथ हमारे पास 51 विधायक हो जाएंगे. हम 3-4 दिन में फैसला करेंगे. उधर, महाराष्ट्र की राजनीतिक लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गई है.