द लीडर हिंदी : आज 21 अगस्त, 2024 को आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने देशव्यापी भारत बंद का एलान किया है. यह एलान सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के विरोध में किया गया है,जिसमें एससी/एसटी आरक्षण के अंंदर उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई है.बतादें सुप्रीम कोर्ट के SC आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की इजाजत देने के खिलाफ बुधवार को दलित-आदिवासी संगठनों ने 14 घंटे का भारत बंद बुलाया है. नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन (NACDAOR) ने इसे दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है.भारत बंद के बाद कई शहरों में स्कूल-कॉलेज बंद हैं और कुछ जगह बाजार भी बंद हैं.वही बिहार में बंद का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है. वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में इसको लेकर अलर्ट है. कांग्रेस, TMC, सपा, बसपा, RJD, झामुमो समेत कई दलों ने बंद का समर्थन किया है. आपको बतादें दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर आज इस ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है. बतादें ‘नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स’ (एनएसीडीएओआर) ने मांगों की एक सूची भी जारी की है. इसमें सबसे अहम अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता की मांग हैं.
भारत बंद कहा-कितना असर हुआ जानिए
1-पटना में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज.
2-आरा और दरभंगा में ट्रेनें रोकी.
3-जहानाबाद, सहरसा और पूर्णिया में हाईवे जाम.
4-जयपुर समेत 16 जिलों में स्कूल बंद.
5-भरतपुर में एहतियातन इंटरनेट बंद.
6-अलवर में रोडवेज की बसें रोकीं.
7-ग्वालियर में एहतियातन स्कूल बंद.
8-उज्जैन में प्रदर्शनकारी-दुकानदारों के बीच बहस.
बतादे आज भारत बंद का ऐलान किया गया है और कुछ शहरों में इसका असर भी देखा जा रहा है.
भारत बंद का असर देश में दिखने लगा है. वही बिहार में केंद्रीय कॉन्स्टेबल चयन बोर्ड (सीएसबीसी) कई जिलों में पुलिस की विभिन्न इकाइयों में सिपाही पद के लिए बुधवार को भर्ती परीक्षा भी आयोजित कर रहा है. जहानाबाद जिले में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-83 (एनएच-83) पर यातायात अवरुद्ध किया और इस दौरान उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प हुई. जहानाबाद नगर थाना के अवर निरीक्षक हुलास बैठा ने पत्रकारों को बताया, “ऊंटा मोड़ के पास एनएच-83 पर यातायात अवरुद्ध करने की कोशिश कर रहे पांच प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया.”
झारखंड में भी भारत बंद का छिटपुट असर दिखाई दे रहा है.आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने एससी/एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में और इसे वापस लेने की मांग को लेकर भारत बंद का आह्वान करते हुए प्रदर्शन किया.
आज भारत बंद को लेकर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पुलिस के पुख़्ता इंतजाम देखे गए. आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने SC-ST आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध और इसे पलटने की मांग को लेकर भारत बंद का आह्वान किया है.
उत्त प्रदेश के कई शहरों में भी सुबह से इसका असर दिखाई दे रहा है. आगरा में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति का भारत बंद है. आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में ‘आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति’ आज एक दिन का भारत बंद कर रही है.
वही यूपी के जिला बरेली में भी आरक्षण में वर्गीकरण को लेकर एससी समाज के लोग बड़ी संख्या में प्रदर्शन के लिए सेठ दामोदर दास पार्क पहुंचे. बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. जिले में भारत बंद का है आंशिक असर देखने को मिल रहा है. भीम आर्मी बसपा के साथ दलित समाज के लोग मौजूद रहे है.
जानिए क्यों बुलाया गया है भारत बंद?
आपको बतादें दलित और आदिवासी संगठन हाल में सुप्रीम कोर्ट की सात न्यायाधीशों की पीठ द्वारा सुनाए गए फैसले से सहमत नहीं है. संगठन ने मामले में विपरीत दृष्टिकोण अपनाया है. उनकी मानें तो यह ऐतिहासिक इंदिरा साहनी मामले में नौ न्यायाधीशों की पीठ केफैसले को कमजोर करता है, जिसने भारत में आरक्षण की रूपरेखा स्थापित की थी.दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर और कोटा के अंदर कोटा लागू करने का फैसला दिया था. जिसका दलित-आदिवासी संगठन विरोध कर रहे है.जिसके चलते अब नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशंस नामक संगठन ने इस फैसले के खिलाफ 14 घंटे का भारत बंद का ऐलान किया है.मीडिया रिपोर्टों के मुताबीक, बंद के आह्वान के बावजूद सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, कॉलेज और पेट्रोल स्टेशन खुले है. बसपा समेत कई पार्टियां इस बंद का समर्थन कर रही हैं.https://theleaderhindi.com/major-accident-in-iran-during-arbaeen-bus-carrying-pakistani-shia-pilgrims-crashed-around-30-people-died/