द लीडर। उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी नियंत्रण में है, सीएम योगी के प्रयासों से यूपी में कोविड टीके की 13 करोड़ से अधिक डोज देने का रिकॉर्ड शुक्रवार को अपने नाम किया। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तेजी से अभियान चला रहा है। नतीजतन, 29 अक्टूबर 2021 तक प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 13 करोड़ के पार पहुंच गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि, प्रदेश 13 करोड़ से अधिक डोज सुरक्षा कवच देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और कोरोना वॉरियर्स की प्रतिबद्धता व अनुशासित जन सहयोग को समर्पित है। उन्होंने अपनी बारी आने पर टीका जरूर लगवाने का आह्वान किया है।
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आज उ.प्र. कोविड टीके की 13 करोड़ डोज का सुरक्षा कवच प्रदान करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
यह ऐतिहासिक उपलब्धि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, कोरोना वॉरियर्स की प्रतिबद्धता तथा अनुशासित जन सहयोग को समर्पित है।
अपनी बारी आने पर आप भी अवश्य लगवाएं 'टीका जीत का'…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 29, 2021
प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ेगी
शासन से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार को 13,0074622 डोज टीकाकरण हो चुका था। इसमें 9,78,62,797 पहली डोज और 3,22,11,825 दूसरी डोज हैं। शुक्रवार को कुल 8,34,484 डोज टीकाकरण किया गया। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार को तेजी से बढ़ाने के लिए 15 दिसंबर तक प्रदेश के 18 से ऊपर आयु वाले 100 फीसदी लोगों को टीके की डोज देने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद 01 नवंबर से प्रदेश सरकार क्लस्टर अप्रोच 2.0 की शुरुआत करने जा रही है। इसमें दूसरी डोज वैक्सीनेशन को वरीयता देते हुए शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। क्लस्टर मॉडल के जरिए जिन ग्रामों, मोहल्लों में प्रथम डोज लगाने का कार्य किया गया था। वहां दूसरी डोज लगाई जाएगी।
8 नए कोरोना पॉजिटिव
यूपी में शुक्रवार को 8 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले जबकि 12 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। अब प्रदेश में 98 एक्टिव मरीज बचे हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 41 जिले कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।
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19 माह बाद पहली बार कोरोना मुक्त हुआ मेरठ
मेरठ जिले में शुक्रवार को ऐसा पहली बार हुआ, जब कोई भी कोरोना का सक्रिय केस नहीं मिला है। एक मरीज अस्पताल में भर्ती था, उसकी भी शुक्रवार को छुट्टी हो गई। 19 माह बाद जिला कोरोना मुक्त हुआ है। जिले में अब तक कोरोना से 66031 लोग संक्रमित हो चुके हैं। मेरठ में अक्तूबर 2021 तक मिले कोरोना के 66031 मरीजों पर की गई स्टडी में सामने आया है कि करीब 98 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए। कुल मरीजों में लगभग 1.3 प्रतिशत की मौत हुई। मार्च 2020 से लेकर अब तक 21 लाख से ज्यादा जांच हुई हैं। इनमें करीब 97 प्रतिशत ऐसे रहे, जिन्हें कोरोना हुआ ही नहीं। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। यानी सिर्फ 3 प्रतिशत ही संक्रमित हुए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें अधिकांश पहले से बीमार थे। शुगर और ह्रदय रोग के मरीज थे। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि, मरीजों के अवलोकन से यह बात भी पता चली कि कोरोना ने ज्यादा उसी व्यक्ति पर हमला किया जो कोरोना के मरीज के ज्यादा करीब रहे।
अगर सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए और थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो इससे आसानी से बचा जा सकता है। अगर मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो वह इसे आसानी से मात दे सकता है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि ऐसे में यह सही है कि बचाव ही इसका उपचार है।
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अब रात 10 बजे तक लगेगी वैक्सीन
मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में अब रात 10 बजे तक भी टीकाकरण करा सकेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि, पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से शाम चार बजे तक और दूसरी शिफ्ट शाम चार बजे से रात 10 बजे तक होगी। डीआईओ डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि टीका लगवाने के लिए पहले पंजीकरण न करें।
लखनऊ में डायरिया ने दी दस्तक
एक ओर जहां प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी देखी गई है तो वहीं दूसरे जिलों में अन्य बीमारियां फैल रही है। कानपुर में जीका वायरस से संक्रमित मिले हैं, डेंगू के मरीजों की भी पुष्टि हो रही है इसी बीच राजधानी लखनऊ में बच्चों में डायरिया के मामलों ने भी दस्तक दे दी है। जानकारों का कहना है कि, डायरिया बच्चों के लिए घातक साबित हो सकता है। इसके लिए समय पर इलाज उपलब्ध कराना आवश्यक है। डॉक्टरों का कहना है कि, डायरिया से बचा जा सकता है इसके लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
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डायरिया से बचाव
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साफ पानी का प्रयोग
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बाहर के खाने से बचाओ
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साफ सफाई का विशेष ध्यान
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शौच के बाद हाथों की सफाई
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पेट दर्द पर चिकित्सा की सलाह
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बच्चों के लिए उबले पानी का प्रयोग
डायरिया के लक्षण
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लूज मोशन
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बुखार आना
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पेट में दर्द
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उल्टी
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पेट में ऐठन महसूस होना
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कमजोरी
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