उत्तराखंड: छह दिन में 50 हज़ार से ज्यादा नए कोरोना केस,24 घंटे में 118 और मरे

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लीडर देहरादून

उत्तराखंड में कोरोना का कहर शनिवार को शुक्रवार के मुकाबले थोडा कम रहा लेकिन पिछले छह दिन में ही 50000 से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार आठ मई की शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में फिर कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या आठ हजार से ज्यादा मिली। अस्पतालों में मरने वालों की संख्या 118 रही लेकिन श्मशान घाट कुछ और कहानी कह रहे हैं। शासकीय प्रवक्ता सुवोध उनियाल के मुताबिक दस मई को बड़ा फैसला लिया जा सकता है। अभी किश्तों में कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
शनिवार को प्रदेश में 8390 नए संक्रमित मिले और 118 लोगों की कोरोना से मौत हुई। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना से एक्टिव केस 71174 हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को 24 घंटे के भीतर 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। वहीं, 137 लोगों की कोरोना से मौत हुई। अब तक एक दिन में नए संक्रमितों के मामले में ये लगातार तीसरी बार है जब आठ हजार का आंकड़ा एक दिन में पार हो चुका है। पहली बार नौ हजार का आंकड़ा शुक्रवार को पार हुआ था। कंटेनमेंट जोन बढ़कर 375 हो गए हैं।उत्तराखंड में कोरोना से अब तक 3548 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 238383 हो गई है।

कोरोना संक्रमण के मामले में देहरादून देश में 9वें स्थान पर है।पहले नंबर पर गुड़गांव बना हुआ है। कोलकत्ता भी 6ठे स्थान पर आ गया है । शनिवार को भी देहरादून में प्रदेश में सर्वाधिक 3430 नए कोरोना संक्रमित मिले। उधमसिंह नगर में 1159, हरिद्वार में 812, नैनीताल में 636, टिहरी गढ़वाल में 424, चंपावत में 322, रुद्रप्रयाग में 271, उत्तरकाशी में 266, अल्मोड़ा में 247, बागेश्वर में 237, पिथौरागढ़ में 208, पौड़ी में 203, चमोली में 175 नए संक्रमित मिले।

ऐसे रखें अपना ध्यान

सिर्फ तीस सेकेंड तक अपनी सांस रोकें। यदि आपको कोई दिक्कत नहीं है, तो समझो की आपका ऑक्सीजन का लेवल ठीक है। वरना ऑक्सीजन बढ़ाने के उपाय करने चाहिये। पेट के बल लेट जाएं, जिसको आजकल हम आम भाषा में प्रोन वेंटिलेशन भी बोलते हैं। इस दौरान पेट के नीचे तकिए लगा लें। इससे आपको सांस लेने में सहायता मिलेगी और आपका ऑक्सीजन लेवल भी ठीक बना रहेगा।
तरल पदार्थ जैसे सूप, जूस, काढ़ा, चाय, काफी, गुनगुना पानी, गर्म हल्दी दूध आदि का प्रयोग करें।
पूर्ण रूप से आराम करें और अच्छी नींद लें। लक्षण होने पर कोई व्यायाम ना करें, ना ही सीढ़ियां उतरे चढ़ें।
अपने आप को मानसिक रूप से फिल्म, शार्ट फिल्म, किताब, गाना, कहानी, कविता आदि के माध्यम से व्यस्त रखें। दोस्तों से बातें करें फोन पर बात करें और पॉजिटिव चीजों के बारे में बताएं।
स्नान भी गुनगुने पानी से ही करें
सांस लेने में थोड़ी भी तकलीफ होने पर सुबह-शाम भाप लें और गुनगुना पानी के साथ गरारे करें।
घर के फ्रिज में रखी ठंडी वस्तुओं से परहेज करें। अगर इस्तेमाल करना है तो उन्हें इस्तेमाल से दो-तीन घंटे पहले निकाल कर बाहर रख लें।

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