द लीडर हिंदी : हिंडनबर्ग ने इस बार अपनी रिसर्च रिपोर्ट में सेबी पर बड़ा खुलासा किया है. इसमें अदाणी ग्रुप और सेबी चीफ के रिश्तों के बारे में बताया गया है.जिसपर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी की बयानबाज़ी के बाद अब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले की पूरी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिती की मांग की है. बतादें शनिवार देर शाम हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी कर सेबी चीफ़ माधबी पुरी बुच और उनके पति पर आरोप लगाए थे जिसके बाद पवन खेड़ा ने कहा कि ‘दूध का दूध पानी का पानी अपने आप हो गया.’यहीं नहीं पवन खेड़ा ने कहा, “हिंडनबर्ग ने ही एक और रिपोर्ट निकाली जिसमें सेबी चीफ़ माधबी बुच और उनके पति धवल बुच के सारे कारनामे सबके सामने आ गए.
ऑफ़शोर कंपनी में उनकी इनवेस्टमेंट सबके सामने आ गई.”उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “ये वो कंपनी है जिसमें गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी का निवेश भी है. तो जब सब कुछ सामने है तो सवाल उठता है कि जब माधबी बुच को सेबी का प्रमुख बनाया गया था तब भारत सरकार को ये जानकारी नहीं थी?इस पूरे मामले में सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए पवन खेड़ा ने कहा, “अगर सरकार को मामले की जानकारी नहीं थी तो यह बहुत बड़ी विफलता और भूल है. अगर जानकारी थी तो इस षडयंत्र का हिस्सा प्रधानमंत्री खुद हैं. तभी तो राहुल गांधी ने उस वक़्त जो कहा था चौकीदार…वो साबित हो गया.”कांग्रेस नेता ने इस पूरे मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिती बनाने की मांग की है.https://theleaderhindi.com/political-rhetoric-begins-on-hindenburgs-new-report-know-what-bjp-said-on-the-opposition/