
The leader Hindi: हिमाचल में कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर लेकर घमासान मचा हुआ है। विधायकों की 3 बजे होने वाली मीटिंग 5 घंटे बाद शुरू हो पाई है। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, ऑब्जर्वर भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा भी मीटिंग के लिए शिमला पार्टी ऑफिस पहुंच गए हैं। विधायकों से बातचीत के बाद हिमाचल के CM का ऐलान किया जाएगा। इधर, शिमला कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रतिभा समर्थक उग्र हो गए। उन्होंने कांग्रेस कार्यालय को घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। ऑब्जर्वर और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल कांग्रेस कार्यालय पहुंचे तो प्रतिभा सिंह के समर्थक उनकी गाड़ी पर चढ़ गए। उन्होंने प्रतिभा के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। समर्थक प्रतिभा को CM बनाने की मांग कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री पद के दूसरे बड़े दावेदार सुखविंदर सुक्खू भी लंबे इंतजार के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचे। उनके आते ही समर्थकों ने उन्हें कंधे पर उठा लिया और ऑफिस के अंदर ले गए। इस दौरान सुक्खू और प्रतिभा सिंह समर्थकों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा। समर्थकों को संभालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया गया है।
मुख्यमंत्री पद के लिए प्रदेश के 6 नेता दावा कर रहे हैं। इस बीच, नाटकीय मोड़ तब आया जब हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ प्रदेश का एक भी नेता मौजूद नहीं था।राजभवन में प्रदेश के नेताओं की गैरमौजूदगी पर प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सफाई दी है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी ने फिलहाल औपचारिक तौर पर गवर्नर के पास सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस हाईकमान की ओर से भेजे गए कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने गवर्नर से मुलाकात क्यों की? इन्होंने गर्वनर को कौन सी चिट्ठी सौंपी?
प्रतिभा सिंह के मुताबिक, उन्हें नहीं पता कि कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल को क्या लैटर दिया। उनकी जानकारी के मुताबिक अभी बघेल, हुड्डा और शुक्ला विधायकों के साथ बैठक कर उनकी राय लेंगे और उसके बाद पार्टी हाईकमान को जानकारी देंगे। हाईकमान के निर्देश के बाद ही पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। इससे पहले बघेल समेत तीनों केंद्रीय नेताओं ने दोपहर करीब 1 बजे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह से होटल में ही बैठक की। इसके बाद प्रतिभा सिंह सीधे अपने निजी आवास हॉली-लॉज चली गईं। दूसरी ओर कांग्रेस के सभी विधायक शिमला के अलग-अलग होटलों में जुटे हैं। वे अलग-अलग गुटों में मीटिंग कर रहे हैं। इधर, विधायक दल की मीटिंग में हो रही देरी से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा प्रतिभा सिंह के समर्थक नाराज हो गए हैं। उन्होंने कांग्रेस ऑफिस में ही नारेबाजी शुरू कर दी। इनकी मांग है कि प्रतिभा सिंह को तुरंत विधायक दल का नेता घोषित किया जाए।
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