
द लीडर हिंदी: गाजा पट्टी में इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच हुए सीजफायर के ऐलान को महज 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि इजरायल ने फिर से बमबारी शुरू कर दी। गुरुवार तड़के इजरायली सेना ने गाजा पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 73 लोगों की मौत हो गई। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में 200 से अधिक नागरिक जख्मी हुए हैं।
गाजा की सिविल डिफेंस एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बसल ने बताया, “सीजफायर के बाद से इजरायल की बमबारी में 73 लोग मारे गए हैं, जिनमें 20 बच्चे और 25 महिलाएं शामिल हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि इजरायली सेना अभी भी बमबारी जारी रखे हुए है।
सीजफायर पर ट्रंप ने की थी पुष्टि
गाजा में इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से युद्ध चल रहा था। मंगलवार रात दोनों पक्षों के बीच सीजफायर पर सहमति बनने की रिपोर्ट आई थी, जिसे डोनाल्ड ट्रंप ने भी ‘ट्रूथ’ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुष्टि की थी। हालांकि, बाद में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने कार्यालय के माध्यम से कहा कि सीजफायर पर कुछ शर्तों पर अभी भी पूरी सहमति नहीं बनी है। इसके बाद गुरुवार को एक कैबिनेट मीटिंग में नेतन्याहू ने सीजफायर डील की मंजूरी देने से इनकार कर दिया। उनके ऑफिस ने आरोप लगाया कि हमास शर्तों में बदलाव करने की कोशिश कर रहा है, जिसे इजरायल नहीं मान सकता।
इजरायल में राइट विंग का विरोध
वहीं, इजरायल के अंदर राइट विंग के लोग इस सीजफायर डील का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस डील का मतलब है कि इजरायल ने हमास के सामने आत्मसमर्पण किया है, और इससे देश कमजोर होगा। बढ़ते विरोध के बाद इजरायल ने गाजा में एयर स्ट्राइक कर दी।
भारत और अमेरिका की प्रतिक्रिया
भारत ने भी इजरायल-हमास के बीच सीजफायर को एक सकारात्मक कदम बताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इससे गाजा के नागरिकों को मानवीय सहायता मिल सकेगी। वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन दोनों ने भी सीजफायर का क्रेडिट लिया है।
2023 के हमले और बंधकों की स्थिति
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया था, जिसमें 5000 से अधिक रॉकेट दागे गए थे। इसके बाद, हमास ने 251 इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था, जिनमें से कुछ को सीजफायर के दौरान रिहा किया जा चुका है। फिलहाल 94 लोग अभी भी बंधक हैं, जबकि 34 की मौत हो चुकी है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पहले ही कह दिया था कि जब तक गाजा में हमास का पूरी तरह से खात्मा नहीं हो जाता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।