द लीडर। नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में ग़ुस्ताख़ी पर कानपुर में 3 जून को हिंसा भड़की थी। जुमे की नमाज़ के बाद भीड़ सड़कों पर उतर आई थी। नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को ज़ोरदार तरीक़े से उठाया गया था। इस दौरान हिंसा हुई थी। इसे लेकर पुलिस एक के बाद एक गिरफ्तारियां कर रही है। फिलहाल इस मामले में बिल्डर हाजी वसी को भी गिरफ्तार किया है। उन पर हिंसा के लिए फंडिंग करने का आरोप है।
UP | Kanpur Police arrested Haji Vasi from Lucknow, an accused who allegedly funded the June 3 Kanpur violence and was absconding ever since.
(Source: police) pic.twitter.com/H7wU7fxYWk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 5, 2022
कानपुर पुलिस का कहना है कि, बिल्डर हाजी वासी कानपुर हिंसा मामले में मुख्य फाइनेंसर था। पुलिस को पिछले कई दिनों से उसकी तलाश थी। रविवार को हाजी वासी के बेटे रहमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
दो दिन पहले ही अरेस्ट हुआ हाजी वसी का बेटा अब्दुल रहमान
कानपुर के बड़े बिल्डर में शामिल हाजी वसी के बेटे अब्दुल रहमान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान हुए 3 जून को कानपुर हिंसा में पुलिस पर पत्थरों से हमला करने के आरोप में हाजी वसी का बेटा अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है। जिस पर आरोप है कि, उसने हिंसा के दौरान खेलों पर पत्थर लाद कर मौके पर मौजूद भीड़ को भड़काने का काम किया है।
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फंडिंग के आरोप में मुख्तार बाबा गिरफ्तार
कानपुर हिंसा मामले में एसआईटी की जांच में बड़े खुलासे हो रहे हैं। हयात जफर हाशमी की गिरफ्तारी के बाद से नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में कानपुर के बड़े बिल्डरों में शामिल हाजी वसी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं इसके पहले फंडिंग के मामले में बाबा बिरियानी, बाबा मिष्ठान सहित बाबा के नाम से अन्य प्रतिष्ठानों को चलाने वाले मुख्तार बाबा को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हाशमी को फंडिंग करने के आरोप में बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
वहीं अब फूड डिपार्टमेंट ने मुख्तार बाबा के आलीशान रेस्टोरेंट को भी सील कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एक साइकिल पंचर की दुकान चलाने वाला मुख्तार बाबा इतना बड़ा आदमी कैसे बन गया। रविवार को कानपुर के जाजमऊ में बाबा बिरयानी के एक और आउटलेट को सील कर दिया गया। मुख्तार बाबा पर चमनगंज थाने में दो और बजरिया थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके अलावा एक केस में मुख्तार बाबा की मां समेत परिजनों पर जमीन कब्जाने, धोखाधड़ी समेत कई गंभीर मामले दर्ज किए गए थे।
इन्हें बताया था हिंसा का मास्टरमाइंड
पुलिस ने कानपुर के कई इलाकों में भड़की हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी को गिरफ्तार किया। जफर हयात हाशमी हिंसा मामले का मास्टरमाइंड बताया गया। बताया जा रहा है कि, जफर हयात हाशमी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों को कानपुर में बाजार बंद करने और जेल भरो आंदोलन की अपील की थी। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जिस प्रकार से कानपुर में हिंसा भड़की, उस मामले में पुलिस ने जफर हयात हाशमी को जिम्मेदार ठहराया है।
मुख्तार की बेटी को पकड़ने के लिए पुलिस दे रही दबिश
कानपुर हिंसा मामले में जेल में बंद मुख्तार बाबा की बेटी आयशा की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगातार दबिश दे रही है। बेटी को पकड़ने के लिए पुलिस ससुरालीजनों समेत अब तक कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
कानपुर हिंसा मामले में अबतक 60 गिरफ्तारियां
कानपुर हिंसा मामले में अब तक 60 गिरफ्तारियां हो चुकी है। 3 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले में मुख्य फाइनेंसर मुख्तार बाबा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हां। वहीं कानपुर बवाल में 15 दिनों में 60 गिरफ्तारियां हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि, आरोपी मुख्तार बाबा समेत चार आरोपियों की जेल बदली जा सकती है।
कानपुर में हुए बवाल के बाद पुलिस ने 40 आरोपियों की पहचान करते हुए उनके पोस्टर जारी किए थे। इन पोस्टरों को कानपुर की सड़कों और चौराहों पर लगाया गया था। वहीं पुलिस ने हिंसा मामले में 55 लोगों के खिलाफ नामजद और 1000 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। सरकार की ओर से एसआईटी गठित की गई थी। जिसके बाद करीब 60 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
कानपुर में क्यों भड़की थी हिंसा
भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपमानजनक टिप्पणी की गई थी। वहीं नूपुर शर्मा के इस विवादित बयान के बाद कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की थी। दरअसल, 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर शहर में नई सड़क पर जमकर बवाल हुआ था।
इस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी कानपुर में ही थे। इस दिन पत्थरबाजी और बवाल से शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश रची गई थी। फिलहाल, पुलिस ने एक-एक कर हिंसा के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी समेत 59 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।आगे भी हिंसा मामले में गिरफ्तारियां जारी है।
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