द लीडर हिंदी: यूपी के रुहेलखंड मंडल में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के साथ जबरदस्त खेला जारी है. बीते दिनों बरेली सीट से बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का पर्चा खारिज हो गया था. वहीं, आंवला सीट से बसपा प्रत्याशी आबिद अली का पर्चा मायावती के दखल के बाद बच सका था. अब शाहजहांपुर सीट से सपा प्रत्याशी राजेश कश्यप के साथ भी ऐसा ही खेला हो गया. सपा प्रत्याशी राजेश कश्यप का नामांकन पत्र खारिज हो गया है. शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कलक्ट्रेट पहुंचे सपा प्रत्याशी ने खुद इसकी पुष्टि की है. उन्होंने सपा के ही एमएलसी राजपाल कश्यप पर खेल करने का आरोप लगाया है. अब ज्योत्सना गौड़ सपा प्रत्याशी हो सकती हैं। इन्होंने भी सपा से नामांकन कराया था. ज्योत्सना राजपाल कश्यप की भांजी हैं.
दरअसल, शाहजहांपुर लोकसभा सीट से चुनाव के लिए 21 प्रत्याशियों ने परचा दाखिल किया था. शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच हो रही है. इस बीच सपा प्रत्याशी राजेश कश्यप कलक्ट्रेट पहुंचे। कलक्ट्रेट से बाहर निकलने पर सपा प्रत्याशी ने बताया कि उनके साथ समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी राजपाल कश्यप ने खेल करके अपनी भांजी ज्योत्सना गौड़ को सपा से प्रथम प्रत्याशी करा दिया. जबकि उनका परचा खारिज कर दिया गया है. फिलहाल अभी नामांकन पत्रों की जांच चल रही है. बता दें कि शाहजहांपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. अगर ज्योत्सना गौड़ का परचा वैध पाया जाता है तो वह सपा की प्रत्याशी हो सकती हैं.
आपको बता दें कि आंवला सीट पर भी बसपा के सिबंल पर दो नामांकन पत्र दाखिल हुए थे. एक आबिद अली का और दूसरा सत्यवीर सिंह का. ऐसे में आबिद अली का पर्चा खारिज होने की नाैबत आ गई थी. तब बसपा सुप्रीमो मायावती ने वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिये रिटर्निंग आॅफिसर और चुनाव आयोग के आब्जवर के सामने इस बात रखा था कि बसपा के प्रत्याशी आबिद अली है. तब जाकर सत्यवीर सिंह का पर्चा खारिज कर आबिद अली को संजीवनी मिल सकी थी. अब शाहजहांपुर में सपा प्रत्याशी के साथ भी यही हुआ.