चमोली में चीन सीमा के पास हिमखंड से दबे 10 की मौत,30 लापता, 7 घायल,384 बचाये

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द लीडर जोशीमठ।

चमोली जिले में चीन सीमा के निकट क्यू गाड़ वैली में सुमना बीआरओ कैम्प पर गिरे एवलांच में मरने वालों की संख्या अब 10 हो चुकी है। गम्भीर रूप से घायल 6 लोगों को एयरलिफ्ट कर जोशीमठ और एक को देहरादून के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है । अभी 30 के करीब के बर्फ में दबे होने की आशंका है।
सेना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मौके ने बचाये गए 384 में सात की हालत गंभीर बनी हुई है। बर्फ के नीचे फंसे शेष व्यक्तियों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान भी जारी है।
पहाड़ों पर चार दिन से हो रही भारी बर्फबारी के कारण जहां पर अवलांच आकर गिरा वहां पर बीआरओ कैंप था। बताया जा रहा है कि कैंप में 400 से अधिक सड़क निर्माण में जुटे मजदूर, मशीन चालक, अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। सेना का कहना है कि अभी कई लोग लापता होने की सूचना पर रेस्क्यू जारी है।

सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और गृह मंत्री अमित शाह ने इस पूरे मामले पर फोन पर बातचीत की है। इसके बाद खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मौके के लिए रवाना हुए। सीएम रावत के अनुसार जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही एनटीपीसी और अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये। साथ ही ऋषिकेश तक गंगा घाटों को खाली करा दिया गया है।


सुबह क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जोशीमठ में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा था कि सुमना में जहां पर ग्लेशियर टूटा वहां पर बीआरओ के लेबर काम कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बताया था कि इनमें से कुल 391 लोग सेना व आईटीबीपी के कैम्पों तक पहुँच गए हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं। तब मुख्यमंत्री ने छह मजदूरों के मारे जाने औऱ 4 घायल होने की बात कही थी ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मौके पर सेना, आईटीबीपी की टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी हैं। एसडीआरएफ वहां पर आगे बढ़ी है और एनडीआरएफ की कुछ टीमें भी आगे बढ़ रही हैं। जिला प्रशासन भी शुक्रवार से ही पूरी मुस्तैदी से राहत-बचाव में जुटा है। गाजियाबाद में भी एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं।

सेना ने शुक्रवार रात्रि को आपरेशन को रोकने के बाद शनिवार 24 अप्रैल की सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया । बताया जा रहा है कि जहां ये घटना हुई वहां, ग्रीफ की ओर से पुल निर्माण चल रहा था।
कल जैसे ही घटना की सूचना मिली बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल के नेतृत्व में टीम मौके के लिए रवाना हुई थी। बताया गया कि टीम भी सड़क बंद होने के चलते रास्ते में ही फंसी रही। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि आईटीबीपी के पास सीमा में संशाधन उपलब्ध हैं।

सात घायल

आर्मी ने हेली सेवा की मदद से बीआरओ के सात घायल मजदूरों राय बोंडाला (30 वर्ष), अनुज कुमार(18 वर्ष), फिलिप बान्ड (21 वर्ष), कल्याण (40 वर्ष), मंगलदास (33 वर्ष), संजय(25 वर्ष), महिंद्र मुंडा (41 वर्ष) को घटना स्थल सुमना-2 से रेस्क्यू कर आर्मी हास्पिटल जोशीमठ में भर्ती कर दिया है। इनमें से एक घायल को बाद में सेना अस्पताल देहरादून भेजा गया।

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