गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ रहे विदेश छात्रों पर हमला, हॉस्टल में तोड़फोड़ और पथराव में पांच घायल

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द लीडर हिंदी : गुजरात यूनिवर्सिटी में अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेशी छात्रों से मारपीट का मामला सामने आया है.अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में एक हॉस्टल में देर रात मारपीट की ये घटना हुई. बता दें यूनिवर्सिटी के ए ब्लॉक कैंपस में कुछ दंगाई तत्वों ने अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेशी छात्रों पर हमला कर दिया. दावा किया जा रहा है कि नमाज पढ़ने को लेकर इन छात्रों पर हमला किया गया. यह हमला उस वक्त किया गया जब छात्र नमाज पढ़ रहे थे.आपको बता दें देर रात हुई इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में दहशत का माहौल बना हुआ है. छात्रों पर लाठियों से हमला करना और गाड़ियों में तोड़फोड़ करना, ये सब यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे कैमरे में कैद हो गया है. घटना की सूचना मिलने पर विधायक इमरान खेड़ावाला, पूर्व विधायक ग्यासुद्दीन शेख समेत नेता मौके पर पहुंचे. घायल छात्रों को इलाज के लिए एसवीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.घटना में घायल हुए विदेशी छात्राें का आरोप है कि कुछ युवकों के समूह ने उन्हें रोका और नमाज न पढ़ने के लिए दबाव डाला.

पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है. राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने भी इस पर जल्द कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. मामले में पुलिस कमिश्नर की गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साथ बैठक हुई थी.

पूर्व विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है. ग्यासुद्दीन शेख ने कहा कि जब छात्रों पर हमला हुआ तो पुलिस बेशक आई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? पुलिस आरोपियों को कवर कर रही थी. ग्यासुद्दीन ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की है.

जानकारी के मुताबिक, ये छात्र हॉस्टल कॉलेज परिसर में नमाज पढ़ रहे थे. इसी से नाराज कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया जिसके बाद बात हाथापाई तक पहुंच गई. विदेशी छात्रों का दावा है कि बाहर से आए कुछ लोग अचानक उनकी हॉस्टल बिल्डिंग में घुस आए और उनसे बहस करने लगे. उन्हें कहा गया कि हॉस्टल में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं है. इस पर दोनों गुटों के बीच विवाद पैदा हो गया और फिर मारपीट शुरू हो गई.

पीड़ित छात्रों कहा कहना है कि उनके कमरों में तोड़फोड़ की गई. लैपटॉप, मोबाइल फोन और शीशें भी तोड़ दिए गए. उन्होंने दावा किया कि जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, हमलावर भाग चुके थे. विदेशी छात्रों पर हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वीडियो में दिखा कि कम से कम पांच गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है.

‘एक हमलावर की पहचान हुई’
गुजरात विश्वविद्यालय में अज्ञात हमलावरों द्वारा विदेशी छात्रों पर हमले के बाद अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने बताया, “यूनिवर्सिटी में करीब 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं. छात्रों में ज्यादातर अफ्रीका से हैं कुछ अफगानिस्तान श्रीलंका और बाकी देशों से भी हैं. A बलॉक में लगभग 75 विदेशी छात्र रहते हैं. जहां रात को करीब 10:30 बजे छात्र नमाज पढ़ रहे थे. तभी वहां 20 से 25 लोग आए. उन्होंने कहां कि यहां क्यों नमाज पढ़ रहे हो, मस्जिद में नमाज पढ़नी चाहिए. इस पर उनकी कुछ बहस हुई. फिर बाहर से आए लोगों ने पत्थर फेंके, कमरों में तोड़ फोड़ की. वही पुलिस ने फौरन कार्रवाई की है. हमने 20-25 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. जो भी लोग मामले में शामिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एक हमलावर की पहचान हो गई है बाकियों की भी शिनाख्त की जाएगी. कानून व्यवस्था की स्तिथि नियंत्रण में है….घटना में घायल 2 लोग अस्पताल में हैं. एक छात्र श्रीलंका और एक तजाकिस्तान से है.”

सोशल मीडिया X पर ओवैसी का पोस्ट.

वही इस घटना को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी सोशल मीडिया X पर वीडियो का पोस्ट शेयर किया है. पोस्ट में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी टैग किया है.

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पीएम मोदी, अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग करके पूछा है कि मुस्लिम शांतिपूर्वक नमाज भी नहीं पढ़ सकते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने घटना पर संज्ञान लेते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन और अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर के साथ डीजीपी को तलब किया है.

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तरावीह पढ़ने के दौरान मारपीट
बता दें गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान, बांग्लादेश, सीरिया और कुछ अफ्रीकी देशों के विद्यार्थी रहकर पढ़ाई करते हैं. उनका आरोप है कि वह लोग रमजान के मौके पर शाम के वक्त एक कमरे के अंदर तरावीह (एक विशेष नामाज) पढ़ रहे थे, तभी हॉस्टल के दूसरे ब्लॉक में रह रहे कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया और उन्हें तरावीह बंद करने को कहा. शुरुआत में तीन छात्रों ने आकर आपत्ति जताई थी, लेकिन फिर कुछ ही देर में वहां उपद्रवियों की भीड़ पहुंच गई और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.