द लीडर हिंदी: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कब क्या हो जाए इसका अंदाजा लगाया नहीं जा सकता. जैसे बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार भतीजे आकाश आनंद को बसपा के अहम पदों से हटा दिया. जिसपर राजनीति शुरू हो गई है.इसी बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बसपा पर सियासी हमला बोला है.समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा- बसपा ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी कदम उठाया है वो उनकी पार्टी का आंतरिक विषय है.अखिलेश यादव ने बुधवार को बहुजन समाज पार्टी के फेरबदल पर तंज कसते हुए इसके पीछे वजह बताई की ‘लोकसभा चुनाव में बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है.
क्योंकि बसपा के अधिकांश परंपरागत समर्थक भी इस बार संविधान और आरक्षण को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट दे रहे हैं. इस बात को बसपा अपने संगठन की विफलता के रूप में ले रही है. इसीलिए उनका शीर्ष नेतृत्व संगठन में इतना बड़ा फेर-बदल कर रहा है लेकिन अब बाजी बसपा के हाथ से निकल चुकी है.अखिलेश यादव का इशारा बसपा सुप्रीमो मायवती के उस कदम की तरफ था जिसमें उन्होंने आकाश आनंद को खुद के उत्तराधिकारी और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया था.
अखिलेश ने कहा- सच ये है कि बसपा का प्रभाव क्षेत्र में होते हुए भी पिछले चरणों में उनकी एक भी सीट नहीं आ रही है तो बाकि के चार चरणों में तो कोई संभावना बचती नहीं है. उन्होंने वोटरों से अपील करते हुए कहा कि आप अपना वोट खराब न करें बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन का साथ दें. साथ ही अखिलेश यादव ने भाजपा को आरक्षण विरोधी भी बताया.
10 दिसंबर को सौंपी गई थी अकाश को कमान
आपको बता दें कि बहुजन समाज को लेकर डॉ. आंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कांशीराम की राजनीतिक विरासत संभालने वाली मायावती ने पिछले साल 10 दिसंबर को अपने छोटे भाई आनंद कुमार के 29 वर्षीय बेटे आकाश को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाए जाने की घोषणा की थी.