द लीडर : उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग उठाने वाले छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है. केएस साकेत पीजी कॉलेज के छात्रों पर इल्जाम है कि उन्होंने कैंपस में कथित तौर पर ‘आजादी’ मांगने वाले नारे लगाए हैं. साकेत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नरदेश्वर पांडेय ने ‘द लीडर’ से बातचीत में इन आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा कि, ‘जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU)में आजादी के जो नारे लगाए गए थे, वैसी ही नारेबाजी यहां हुई है. इसको लेकर हमने शहर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है. ‘ (Students Elections Ayodhya Treason)
अयोध्या राम जन्मभूमि से चंद दूरी पर बने साकेत पीजी कॉलेज की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी. शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए यहां करीब 9000 छात्र एडमिशन ले चुके हैं. प्राचार्य कहते हैं कि, ‘चूंकि अभी एडमिशन प्रक्रिया चल रही है. लॉ में अधिकांश सीटें खाली हैं. इस बीच छात्रसंघ चुनाव की मांग पर अड़ना तर्कसंगत नहीं है. फिर भी छात्रनेताओं ने चुनाव को लेकर जो मांग पत्र दिया था, उसे जिलाधिकारी के पा भेज दिया था.’ (Students Elections Ayodhya Treason)
पिछले साल नहीं हुआ था चुनाव
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी से संबद्ध साकेत कॉलेज में पिछले सत्र में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुआ था. इसका कारण बताते हुए प्राचार्य कहते हैं कि चूंकि इसी साल राम जन्मभूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आया था. कैंपस में सुरक्षाबल ठहरे हुए थे. दूसरी चिंताएं भी थीं. इस कारण चुनाव कराना संभव नहीं हो सका. (Students Elections Ayodhya Treason)
आमरण अनशन पर बैठ गए छात्र
पिछले साल चुनाव न होने और इस बार दिसंबर तक बने असमंजस के बीच छात्रनेता चुनाव की मांग को लेकर धरने पर बैठे गए और बाद में आमरण अनशन शुरू कर दिया. प्राचार्य के मुताबिक ये घटनाक्रम 16 दिसंबर का है. उसी दिन आजादी के नारे लगाए गए थे.
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इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
प्राचार्य की लिखित शिकायत पर शहर कोतवाली में छात्र शीश नारायण पांडेय, सुमित तिवारी, इमरान हाशमी, सात्विक पांडेय, मोहित यादव और मनोज मिश्रा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं, छात्रनेताओं ने कॉलेज प्रशासन पर भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
जेएनयू में इसी नारे पर उठा था विवाद
जेएनयू में 2016 में लगाया गया ‘हम लेके रहेंगे आजादी…’ का नारा देशभर में चर्चा का सबब बना था. इसी विवाद मामले में जेएनयू के तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद को गिरफ्तार भी किया गया था.