भाजपा सांसद पर FIR के बाद IAS अफ़सर मंजूनाथ भजंत्री पर देशद्रोह का केस, प्रशांत भूषण बोले-ये सुप्रीमकोर्ट की अवमानना

द लीडर : झारखंड से भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने देवघर के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मामला दर्ज़ किया है. सांसद की तहरीर पर दिल्ली पुलिस ने ज़ीरो एफ़आईआर लिखी है. जिसे जांच के लिए देवघर के कुंडा पुलिस स्टेशन ट्रांसफर किया गया है. सांसद ने आईएएस अफ़सर मंजूनाथ पर आईपीसी की धारा-124-ए (देशद्रोह) 335 (लोकसेवक को कर्तव्य निर्वहन सेरोकने के लिए हमला करना या अापराधिक बल का प्रयोग करना) 448 (जबरन घर में घुसना) 201 (सबूत ग़ायब करना) 506 (आपराधिक धमकी) 120-बी (आपराधिक साजिश रचना) और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है. (IAS Manjunath Bhajantri Booked Sedition)

सांसद ने देवघर हवाई अड्डा सलाहकार समिति के अध्यक्ष के तौर पर ये शिकायत दर्ज कराई है. ये कार्रवाई सांसद पर दर्ज़ एफ़आईआर के पलटवार के तौर पर देखी जा रही है. जिसमें देवघर एयरपोर्ट पर सुरक्षा मानकों के उल्लंघन को लेकर उनके विरुद्ध केस दर्ज किया गाय था.

दरअसल, पिछले 31 अगस्त को गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी और भाजपा नेता कपिल मिश्रा और अपने दो बेटों सहित नौ लोगों के साथ देवघर एयरपोर्ट पर उतरे थे. आरोप है कि उन्होंने एयरपोर्ट पर सूरज़ ढलने के बाद चार्टर्ड फ्लाइट को टेकऑफ करने के लिए अधिकारियों को मज़बूर किया था. और बाद में कुछ अन्य लोगों के साथ एयरपोर्ट के हाई सिक्योरिटी एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल यानी एटीसी में घुसे थे.


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इसको लेकर एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रभारी सुमन अनान ने कुंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें नौ लोगों के ख़िलाफ़ दूसरों की ज़िंदगी या सुरक्षा ख़तने में डालने का मामला दर्ज किया गया था. (IAS Manjunath Bhajantri Booked Sedition)

इस विवाद को लेकर सांसद निशिकांत और देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ट्वीटर पर भिड़ गए थे. उपायुक्त ने सांसद पर सुरक्षा मानकों के उल्लंघन की बात लिखी थी. जिस पर सांसद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. तब से ये विवाद लगातार गहराता जा रहा है. और दोनों तरफ़ से एफ़आईआर दर्ज हो गई हैं.

लेकिन आईएएस मंजूनाथ भजंत्री के ख़िलाफ़ राजद्रोह की धारा में केस दर्ज करने का मामला आलोचना का सबब बन गया है. सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा-दिल्ली पुलिस द्वारा राजद्रोह की प्राथमिकी दर्ज करना सुप्रीमकोर्ट की अवमानना है. कई और लोग इसे सुप्रीमकोर्ट की अवमानना से जोड़कर देख रहे हैं. दरअसल, पिछले दिनों सुप्रीमकोर्ट ने राजद्रोह क़ानून पर रोक लगा दी थी. (IAS Manjunath Bhajantri Booked Sedition)


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Ateeq Khan

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