द लीडर : उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के लिए, मुंबई की रजा एकेडमी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की, लखनऊ बेंच में याचिका दायर की है. रिट में अदालत से ये भी गुजारिश की गई है कि, वसीम ने 26 आयतों के बिना जो कुरान प्रकाशित कराई है. उसकी प्रतियां जब्त कराई जाएं. और वसीम के द्वारा प्रोजेक्ट कुरान के नए प्रकाशन, प्रसारण पर रोक लगाई जाए. (Raza Academy Wasim Rizvi)
मुफ्ती आजम-ए-हिंद के 41वें उर्स के मौके पर दरगाह आला हजरत परिसर में, रजा एकेडमी के साथ उलमा की एक मीटिंग हुई थी. जिसमें कुरान, पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी पर सख्त कानून बनाए जाने की मांग को पूरी ताकत के साथ उठाने का फैसला लिया गया था. और वसीम रिजवी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर सहमति बनी थी.
वसीम रिजवी, जो कुरान, मुसलमान और मदरसों पर अपनी बयानबाजी को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. इसी साल 12 मार्च 2021 को उन्होंने कुरान की 26 आयतों को हिंसा-आतंकवाद को, बढ़ावा दिए जाने वाला बताकर, हटाए जाने के लिए सुप्रीमकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी.
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सुप्रीमकोर्ट ने न सिर्फ वसीम की याचिका खारिज की. बल्कि कड़ी फटकार के साथ 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था. इसके बावजूद वसीम ने एक नई कुरान प्रकाशित कराई है, जिससे वो 26 आयतें हटा दी गई हैं, जिनके खिलाफ वसीम सुप्रीमकोर्ट गए थे. और वहां फटकार और जुर्माना लगा था.
वसीम के इसी दुस्साहस को रजा एकेडमी ने अदालत में चुनौती है. एकेडमी ने अपनी याचिका में वसीम द्वारा प्रकाशित कुरान की सभी कॉपियां जब्त करने की इल्तिजा की है.
बता दें कि, सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर करने के बाद वसीम ने कुरान की उन 26 आयतों को लेकर मीडिया को बयान दिए थे. जिसमें कुरान की इन आयतों के खिलाफ तमाम गलत बातें बोली थीं. इस पर रजा एकेडमी समेत कई संस्थाओं ने वसीम के खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज कराई.एफआइआर भी हुई.
एकेडमी ने अब उन्हीं मामलों में वसीम की गिरफ्तारी की मांग उठाई है. रजा एकेडमी के अध्यक्ष सईद नूरी ने कहा कि वसीम के खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज हैं.
इस बात को लेकर कि उन्होंने अपने बयान में मुसलमान, इस्लाम और कुरान के बारे में अमर्यादित बातें कही थीं. इसके वीडियो सार्वजनिक हैं. लेकिन किसी भी मामले में वसीम पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई. इसलिए अदालत से हमारी अपील है कि वसीम की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया जाए.
सईद नूरी कहते हैं कि वसीम रिजवी ने अपनी बयानों से धार्मिक भावनाएं आह्त की हैं. और समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने की कोशिश की है. ऐसे शख्स के खिलाफ कोई एक्शन न होना, हैरान की बात है.
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वसीम रिजवी का ताल्लुक शिया समुदाय से है. लेकिन कुरान के खिलाफ जाने की उनकी हिमाकत पर शिया और सुन्नी, दोनों समुदायों ने एकसुर में विरोध दर्ज कराया था. यहां तक कि लखनऊ में वसीम के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रोटेस्ट हुए थे.