द लीडर. अनगिनत लोगों को खून देकर उनकी जान बचाने की कोशिश कर चुके अवतार सिंह ने अब अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. मांग की है कि आगे आकर छह महीने से धरने पर बैठे किसानों की मांगों का निस्तारण कराएं. अवतार वीर खालसा समिति के अध्यक्ष हैं. वह यूपी के जिला रामपुर के रहने वाले हैं. लॉकडाउन में वह अपनी टीम के साथ जरूरतमंदों तक दवाएं, राशन, और आक्सीजन पहुंचाने में जीजान से जुटे हैं.
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दो पेज के खत में अवतार सिंह ने किसानों के छह माह के दिल्ली की सीमाओं पर बैठे होने को लेकर चिंता जताई है. उनका कहना है कि किसान देश के अन्नदाता हैं. उनकी बात सुनी जाना चाहिए. किसान बहुत मेहनत करता है. लंबे समय से किसानों के धरने पर बैठे होने ने मैं (अवतार सिंह) बहुत दुखी हूं. पीएम मोदी से गुजारिश की है कि वह किसानों की बात सुनें और उनकी मांगों का हल निकालें. उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री ऐसा जरूर करेंगे.
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प्रधानमंत्री ने यह कहा था
पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक में किसान आंदोलन पर कह चुके हैं कि अगर किसान चर्चा चाहते हैं, तो मैं एक फ़ोन कॉल दूर हूं. कृषि कानूनों पर किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन समाधान नहीं निकल सका. 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की रैली के दौरान हिंसा होने से बातचीत का सिलिसला बंद हो गया. किसान अब नये सिरे से आंदोलन की रणनीति तय करने में जुटे हैं.