THE HINDI LEADER। फीफा कप में इस्लामिक स्पीकर डॉ. जाकिर नाइक के शामिल होने की खबरें सामने आ रही हैं। चर्चा कि वह फीफा कप में कतर के खिलाड़ियों को लेक्चर देंगे। भारत में शिकंजा कसने के बाद ज़ाकिर नाइक को मलेशिया ने शरण दे रखी है. उनके ख़िलाफ संपत्ति ज़ब्त किए जाने की कार्रवाई हो चुकी है। जांच एजेंसियां अब भी जांच में जुटी हैं। ज़ाकिर नाइक के क़तर में होने की ख़बर से एक बार फिर उन्हें लेकर बहस तेज़ हो गई है. सोशल मीडिया पर तेज़ी के साथ कमेंट्स किए जा रहे हं.
फुटबाल के सबसे बड़े महाकुंभ के शुरूव होने के बाद विवाद भी खड़े हो रहे हैं. डॉ. ज़ाकिर नाइक के क़तर में देखे जाने के बाद वो ज़बर्दस्त चर्चाओं में हैं. जांच एजेंसियों के कान भी खड़े हो गए हैं. चर्चा है कि ज़ाकिर नाइक वहां इस्लामिक लेक्चर में शामिल होंगे। उन पर भारत में कट्टरता फैलाने का आरोप है. विदेशी फंडिंग के सहारे वो युवाओं को भड़काकर उन्हें आतंकवाद की राह पर ले जा रहे हैं और समाज उनकी वजह से नफ़रत फैल रही है, इस तरह के तमाम आरोप लगने के बाद उनके ट्रस्ट पर हाथ डाला गया.
कतर के सरकारी स्पोर्ट्स चैनल ने डॉ. जाकिर नाइक के पहुंचने की पुष्टि की है। सरकारी चैनल ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दुनियाभर से साझा की है. ज़ाकिर नाइक फुटबाल के फैन्स को इस्लाम से जुड़े उपदेश देंगे। उन्हें क़तर की तरफ से फीफा कप में निमंत्रण देने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है.
धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने के चलते उसके टीवी चैनल को भी बैन कर दिया गया है. भारत में गिरफ्तारी के डर से वो मलेशिया चले गए. वहीं रह रहे हैं. सरकार ने 2020 में डॉ. ज़ाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर प्रतिबंध भी लगा दिया था.