विश्वभर में मनाया जा रहा वर्ल्ड अस्थमा डे, कोरोना काल में इन बातों का ध्यान रखें अस्थमा के मरीज

नई दिल्ली। विश्व अस्थमा दिवस 2021 आज मनाया जा रहा है. अस्थमा या दमे की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने और शिक्षित करने के लिए इस दिन को पूरे विश्व में मनाया जाता है. आजकल छोटे बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग, हर उम्र के लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.

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1998 में पहली बार वर्ल्ड अस्थमा डे मनाया गया

अस्थमा फेफड़ों का रोग है, जो सांस की समस्याओं के कारण होता है. अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसे पूरी तरह से ठीक कर पाना बेहद मुश्किल है. लेकिन इससे जुड़ी सावधानियों, बचावों और इसके लक्षणों को पहचान कर हम काफी हद तक इस खतरनाक बीमारी से लड़ सकते हैं. बता दें कि, साल 1998 में पहली बार वर्ल्ड अस्थमा डे मनाया गया था.

वर्ल्ड अस्थमा डे 2021 की थीम

इस साल वर्ल्ड अस्थमा डे की थीम  “Uncovering Asthma Misconceptions.” है यानी “अस्थमा की गलत धारणा को उजागर करना.” इस साल की थीम का उद्देश्य अस्थमा को लेकर जागरूकता फैलाना और लोगों को अस्थमा के तथ्यों और मिथकों के बारे में शिक्षित करना है.

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दुनियाभर में करीब 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित

आपको बता दें कि, अस्थमा फेफड़ों का रोग है जो सांस की समस्याओं के कारण होता है. इससे दुनियाभर में करीब 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो अस्थमा से होने वाली 80 फीसदी मौतें कम आय वाले देशों में होती हैं. भारत में 10 में से एक व्यक्ति अस्थमा से प्रभावित है.

अस्थमा के मरीज इन बातों का रखें ध्यान

1. अस्थमा के इलाज का प्लान फॉलो करें

अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो डॉक्टर द्वारा बताए गए अपने इलाज के प्लान को सही ढंग से फॉलो करें. अपनी दवाइयों को हमेशा समय पर लेने की कोशिश करें और जब आप लोगों के आसपास रहते हैं तो थोड़ा सावधान रहें.

2. बंद जगहों पर रहने या जाने से बचें

अस्थमा से पीड़ित मरीजों को यह सलाह दी जाती है कि वे ऐसी जगहों पर जाने या रहने से बचें, जो हवादार नहीं हैं, क्योंकि इससे उनको गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. अस्थमा के मरीजों को अधिक से अधिक ताजी हवा लेनी चाहिए.ऐसा करने से संभावना होती है कि मरीज को सांस की समस्या नहीं होगी.

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3. डिसइंफेक्टेंट

कोरोनावायरस की दूसरे लहर में खुद को सुरक्षित रखने के लिए लोग इन दिनों डिसइंफेक्टेंट का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन अगर आपको अस्थमा है तो सलाह दी जाती है कि अगर कोई  डिसइंफेक्टेंट का इस्तेमाल कर रहा है, तो आप वहां से दूर रहें.

4. धूम्रपान से दूरी बनाएं

अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो कोरोना काल में आपके लिए स्मोकिंग करना अधिक खतरनाक हो सकता है, क्योंकि धूम्रपान करने से कोविड-19 के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

5. ट्रैवल करने से बचें

अगर जरूरी नहीं है तो अस्थमा के मरीज़ खासतौर पर ट्रैवल करने से बचें, क्योंकि मध्यम से गंभीर अस्थमा वाले लोगों को कोरोनावायरस का इंफेक्शन होने का खतरा स्वस्थ लोगों के मुकाबले अधिक होता है.

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indra yadav

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