द लीडर हिंदी : शाही के गांव ग़ौसगंज में बवाल की आंच ठंडी पड़ चुकी है. लेकिन मुस्लिम संप्रदाय की महिलाएं राहत के लिए भटक रही हैं, वो दरगाह आला हज़रत भी गई थीं. उनका पक्ष भीम आर्मी चीफ़ एवं नगीना के सांसद चंद्रशेखर आज़ाद तक पहुंचाया जा चुका है. वो भीम आर्मी के पदाधिकारियों के साथ एसपी दक्षिणी मानुष पारीक से भी मिली थीं. अब शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की महिलाएं एसएसपी अनुराग आर्य से मिलने उनके कार्यालय पहुंची.
गांव के प्रधान और पूर्व प्रधान पर आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र सौंपा. मामले में दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई की मांग की. अापको बता दें कि बरेली के गौसगंज गांव में मोहर्रम के दो रोज बाद सांप्रदायिक टकराव हो गया था. इसमें पूर्व प्रधान हीरालाल के बेटे तेजपाल की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में एक मुक़दमा 33 नामज़द और 15 से ज़्यादा अज्ञात पर लिखा गया है.
दूसरा मुक़दमा पुलिस ने अपनी तरफ से दर्ज किया है. बवाल के लिए गांव में रहने वाले जिस पीआरडी जवान बख़्तावर को मुख्य आरोपी बनाया है, उनके दो बेटों पर 25-25 हज़ार का इनाम भी घोषित कर दिया गया है. दोनों की तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है. पुलिस 2 आरोपियों को मुठभेड़ में गोली मारने के बाद पकड़ चुकी है. जबकि 42 लोगों को घरों से उठाकर जेल भेजा जा चुका है.
वहीं, आरोपियों के पांच घरों को बुल्डोजर चलाकर जमींदोज किया जा चुका है. मामले में मुस्लिम पक्ष की ओर से भी तहरीर दी गई थी. यह कहते हुए कि उनके पक्ष के भी कई लोग घायल हुए है. वहीं कई लापता चल रहे हैं. उधर, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी ने बीते दिनों कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मृतक तेजपाल के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई थी.https://theleaderhindi.com/what-is-stress-know-the-reasons-for-this/