द लीडर हिंदी, कानपुर। यूपी के कानपुर में ट्रैफिक जाम में फंसकर एक महिला की मौत हो गई। महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के बीच गोविंदपुरी पुल पर ट्रैफिक को रोका गया था। इस दौरान जाम में फंसी महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने तक देर हो चुकी थी। महिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने घटना के लिए माफी मांगी है। इस बीच एनबीटी ऑनलाइन ने डीसीपी ट्रैफिक कानपुर से बात की। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और अगर किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही मिलती है तो ऐक्शन होगा।
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यह है पूरा मामला
इंडियन इंडस्ट्रीज असोसिएशन कानपुर चैप्टर से जुड़ी वंदना मिश्रा (50) शुक्रवार को गोविंदपुरी पुल पर ट्रैफिक जाम में फंस गईं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे की वजह से यहां ट्रैफिक रोका गया था। आरोप है कि करीब 45 मिनट तक यहां लगे जाम में वह फंसी रहीं। जाम खुलने के बाद उन्हें रीजेंसी अस्पताल पहुंचने में तकरीबन सवा घंटे लग गए। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार का आरोप है कि गोविंदपुरी ब्रिज पर तैनात पुलिसकर्मियों से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद रास्ता नहीं खुलवाया गया। इसी वजह से जब उनको लेकर अस्पताल पहुंचे तो काफी वक्त बीत चुका था।
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डीसीपी ट्रैफिक ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में डीसीपी ट्रैफिक मूर्ति ने बताया, ‘कुछ समय के लिए गोविंदपुरी ब्रिज पर ट्रैफिक रोका गया था। ब्लूबुक के मुताबिक राष्ट्रपति महोदय जी का प्रोटोकॉल होता है। उसी के तहत जब ट्रेन पुल से गुजरती है तो बस उतनी देर एक-दो मिनट के लिए ट्रैफिक रोकना होता है। ट्रैफिक के संबंध में निर्देश नहीं था। वहां ट्रैफिक रोका गया था तो लोग जरूर फंसे होंगे। दूसरी बात इस संबंध में अडिशनल डीसीपी ट्रैफिक को जांच भी सौंपी है। वह यह पता करेंगे कि क्या पुलिसकर्मियों से मेडिकल इमरजेंसी की बात हुई और उन्होंने जाम खुलवाकर जाने नहीं दिया। कमिश्नर का स्पष्ट निर्देश है कि कहीं पर कोई मेडिकल इमरजेंसी है तो तुरंत उनको ट्रैफिक से निकलवाकर आगे भेजना है। अभी तक पुलिसकर्मियों से जो बात हुई है, उसमें मेडिकल इमरजेंसी की बात नहीं सामने आई है। मौखिक रूप से अभी ऐसी बात नहीं पता चली है कि किसी पुलिसकर्मी से ऐसी रिक्वेस्ट की गई हो लेकिन जांच में अगर किसी पुलिसवाले की लापरवाही मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।’
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पुलिस कमिश्नर ने मांगी माफी
इस बीच कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण वंदना मिश्रा के घर पहुंचे। उन्होंने दिवंगत वंदना के पति शरद मिश्रा से मुलाकात कर संवेदना जताई और घटना के लिए माफी मांगी।
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से ट्वीट में कहा गया है, ‘आईआईए की अध्यक्षा बहन वन्दना मिश्रा जी के निधन के लिए कानपुर नगर पुलिस और व्यक्तिगत रूप से मैं क्षमा प्रार्थी हूं। भविष्य के लिए यह बड़ा सबक है। हम प्रण करते हैं कि हमारी रूट व्यवस्था ऐसी होगी कि न्यूनतम समय के लिए नागरिकों को रोका जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।’
आईआईए की अध्यक्षा बहन वन्दना मिश्रा जी के निधन के लिए कानपुर नगर पुलिस और व्यक्तिगत रूप से मैं क्षमा प्रार्थी हूं। भविष्य के लिए यह बड़ा सबक है। हम प्रण करते हैं कि हमारी रूट व्यवस्था ऐसी होगी कि न्यूनतम समय के लिए नागरिकों को रोका जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) June 26, 2021
डेढ़ महीने पहले हुआ था कोरोना संक्रमण
कानपुर में महिला उद्यमिता के संबंध में वह चर्चित रही थीं। किदवई नगर के के ब्लॉक की रहने वाली वंदना इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन कानपुर चैप्टर की महिला विंग की अध्यक्ष थीं। इसके अलावा वह भारतीय महिला उद्यमी परिषद की भी पदाधिकारी रह चुकी थीं। डेढ़ महीने पहले उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था। वह कोरोना से तो रिकवर हो गईं लेकिन तबीयत बिल्कुल ठीक नहीं हुई। कई दिनों से उन्हें घबराहट और उल्टी होने की शिकायत थी। इसके बाद शुक्रवार सुबह उनके पति शरद मिश्रा उन्हें रीजेंसी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां टेस्ट वगैरह कराने के बाद वह घर आ गईं। लेकिन शाम को उन्हें फिर से दिक्कत हो गई। परिजन रीजेंसी अस्पताल के लिए निकले लेकिन गोविंदपुरी ब्रिज पर जाम की वजह से वह फंस गईं।
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