यूपी चुनाव : मुस्लिम बहुल इलाकों में बुर्कानशीं ख़ातूनों को वोटिंग के लिए मिलेगी खास बूथ की सुविधा, पहले चरण में 58 सीटों पर होगा मतदान

द लीडर। विधानसभा चुनाव में जहां पार्टियां जीत दर्ज करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं. वहीं इस बार चुनाव आयोग भी निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सतर्क है. इस बार यूपी के चुनाव में मुस्लिम बहुल इलाकों में पर्दानशीं बूथ लगेंगे. इस बार बुर्कानशीं- पर्दानशीं खातूनों को वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव 2020 के मैदान में इस बार भी पर्दानशीं बूथ की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.

निर्वाचन आयोग ने साल 2022 में हो रहे विधानसभा चुनाव में कई नए तरह के प्रयोग किए हैं. अब तक तो यही पता था कि इस बार डिजिटल मोड पर चुनाव हो रहे हैं. मगर अब खबर यह भी आ रही है कि इस बार पर्दानशीं बूथ का भी प्रयोग किया जा रहा है.

दरअसल, लखनऊ में मुस्लिम बहुल इलाकों को ध्यान में रखते हुए यहां की मुस्लिम महिलाओं के बढ़-चढ़कर के मतदान में भाग लेने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है. इसके तहत मोहनलालगंज एवं लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों इलाकों में पर्दानशी बूथ का निर्माण किया जा रहा है.


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इन पर्दानशीं बूथों पर केवल बुर्के में या फिर घूंघट में आने वाली महिलाएं ही मतदान कर सकेंगी. जानकारी के अनुसार, लखनऊ की मोहनलालगंज सीट पर 48 और लखनऊ कैंट में 5 पर्दानशीं पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. इसके अलावा कैंट विधानसभा क्षेत्र में 11 बूथों को मॉडल बूथ बनाया गया है.

महिला कर्मचारियों की होगी तैनाती

उत्तर प्रदेश में इससे पहले हुए 2019 लोकसभा चुनावों में भी मुस्लिम महिलाओं के लिए पर्दानशीं बूथ की सुविधा दी गई थी. हर एक बूथ पर एक महिला कर्मचारी की तैनाती की गई थी. संभावना है कि इस बार भी यही नियम लागू रखते हुए हर बूथ पर महिलाओं की पहचान के लिए एक महिला कर्मचारी तैनात होगी. इस बूथ पर आने वाली महिला मतदाताओं पर शक होने पर यह महिला कर्मी उनकी पहचान भी कर सकेगी. यही महिला कर्मी महिलाओं के पहचान पत्र से फोटो मिलाने का कार्य करेगी और उनके घूंघट या फिर बुर्के में देखकर उन्हें मतदान की इजाजत देगी.

पहले ऐसी रही थी व्यवस्था

पिछले लोकसभा चुनाव में लखनऊ जिले के कुल 3561 बूथों में से 779 पोलिंग बूथ पर्दानशीं बूथ घोषित किए गए थे. यह वे इलाके थे जहां पर मुस्लिम परिवार सबसे ज्यादा संख्या में रहते हैं और यहां के पोलिंग बूथ पर भी मुस्लिम महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखी जाती हैं. अभी लखनऊ जिले का अंदाजा लगाएं तो लखनऊ पश्चिम क्षेत्र यानी कि पुराने लखनऊ में सबसे ज्यादा बुर्के वाली महिला मतदाताओं की संख्या पाई जाती है.


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इसीलिए पिछली लोकसभा में लखनऊ (पश्चिम क्षेत्र) के कुल 398 पोलिंग बूथ में 222 को पर्दानशीं बूथ का दर्जा देकर मुस्लिम महिलाओं को सुविधा उपलब्ध कराई गई थी. इसके अलावा लखनऊ के कैंट, मलिहाबाद, बीकेटी, सरोजिनी नगर, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पूर्व, लखनऊ मध्य और मोहनलालगंज विधानसभा क्षेत्रों में भी कई बूथों को पर्दानशीं घोषित किया गया था.

यूपी में सात चरणों में होंगे मतदान

उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के लिए सात चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए वोटिंग 10 फरवरी को होगी. इसके बाद दूसरे चरण के लिए 14 फरवरी, तीसरे 20 फरवरी, चौथे 23 फरवरी, पांचवे 27 फरवरी, छठे 3 मार्च और सातवें चरण के लिए 7 मार्च को वोटिंग होगी. 10 मार्च को मतगणना होगी.

पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा, दूसरा चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर, तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर. चौथे चरण में मतदान लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों, पांचवे चरण 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें चरण के लिए मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर होगा.


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indra yadav

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