द लीडर : ”मैं छह महीना जमानिया तहसील में एसडीएम रहूंगा. अगर आधे घंटे के अंदर लोग इकट्ठा नहीं हुए तो अपना समझ लेना और गांव का भी. जब तक मैं यहां रहूंगा तुम मेरा प्रकोप झेलना.” (Zamania SDM Bharat Bhargav)
ये धमकी कसेरा गांव के ग्राम प्रधान सोनू यादव को मिली है. धमकाने वाले हैं एसडीएम भरत भार्गव. प्रधान को जिस अंदाज में एसडीएम हड़का रहे हैं, उसका ऑडियो वायरल हो गया है.
जमानिया, गाजीपुर जिले की एक तहसील है. इसमें एक गांव है केसरा. पिछले दिनों प्रयागराज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली थी. आरोप ये है कि एसडीएम ने गांव वालों को रैली में शामिल कराने के लिए ही प्रधान को धमकाया है.
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प्रधान और एसडीएम के बीच बातचीत का ऑडियो सामने आने के बाद हंगामा मचा है. पूर्व आइएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने ये ऑडियो शेयर करते हुए लिखा है कि, ”रैली में लोग नहीं आएं तो पूरा गांव प्रकोप देखेगा. वह सवाल उठाते हैं कि एसडीएम साहब के इस बेअंदाज बयान पर देश का मीडिया कुछ बोलेगा? या इस फासीवाद का आनंद लेगा? एसडीएम को न सिर्फ सस्पेंड होना चाहिए, बल्कि इनके खिलाफ विधिक कार्यवाही भी होने चाहिए. वह कहते हैं कि ऐसे होंगे निष्पक्ष चुनाव.”
सूर्य प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री को भी टैग करके पूछा है कि, ”प्रधानमंत्री जी क्या आपने अफसरों को एसेे निर्देश दिए हैं कि अगर ग्राम प्रधान भीड़ न जुटा सके तो पूरे गांव को सरकारी मशीनरी का प्रकोप झेलना पड़ेगा.” (Zamania SDM Bharat Bhargav)
यूपी में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होना है. सभी राजनीतिक दल राज्य में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में महिला संवाद किया था. इसमें आस-पास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे.
इसी को लेकर एसडीएम ने ग्राम प्रधान से संपर्क किया. प्रधान फोन नहीं उठाए तो एसडीएम भन्ना गए. उन्होंने प्रधान से कहा, ”एक बार सुन लो. तुम्हारे यहां से लोग जाएं या न जाएं… ठीक है. लेकिन समझ जाना कि छह महीना मैं यहीं रहूंगा, तहसील जमानिया में. आपका 50 काम मेरे से पड़ेगा और मेरा 50 काम आपके गांव में रहेगा. (Zamania SDM Bharat Bhargav)
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इससे ज्यादा मैं कुछ कहूंगा नहीं. क्योंकि कल के बाद फिर मेरा प्रकोप ही देखोगे. राजनीति तो बाद में कर लेना तुम. अगर इस आधे घंटे के अंदर लोग इकट्ठा नहीं हुए न, तो अपना भी समझ लेना और गांव का भी समझ लेना.
अभी एसडीएम से पंगा लिए नहीं हो. बाकी सरकारें तो बाद में आएंगी. कुछ कहूंगा नहीं. आधे घंटे का समय है.”
जमानिया के एसडीएम भरत भार्गव ने द लीडर से बातचीत में कहा कि ऑडियो सही. मुझे जानकारी मिली थी कि प्रधान गांव के कुछ लोगों को रैली में जाने से रोक रहे हैं. इसलिए मैंने उनसे बात की. रैली में बुलाने के आरोप निराधार हैं.