यूपी में आजम खान की जगह आजमी के हाथ समाजवादी परिवर्तन यात्रा का परचम

द लीडर : रामपुर से सांसद आजम खान जेल में हैं. और अबू आसिम आजमी मैदान में. समाजवादी पार्टी ने परिवर्तन यात्रा का परचम आजमी को सौंपा है. जिसे लेकर वे यूपी के दौरे पर निकल चुके हैं. कानुपर से यात्रा शुरू हुई. फतेहपुर में जनसभा की. उनकी यात्रा में मुस्लिम समाज की भारी भीड़ उमड़ रही है. शनिवार को ही आजमी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसन नदवी से मिलने, रायलबरेली के तकिया गांव में उनके घर पहुंचे. (Abu Asim Azmi Samajwadi)

यूपी में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव है. इस दरम्यान शायद ही आजम खान जेल से रिहा हो पाएं. लिहाजा, इस बात की संभावना अधिक है कि 2022 का चुनाव आजम खान के बगैर ही लड़ा जाएगा.

राज्य की मुस्लिम आबादी करीब 4.40 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या का 19 प्रतिशत है. इसी दम पर हैदराबाद के सांसद असदुद्​दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया. ओवैसी भी लगातार जनसंपर्क यात्राएं कर रहे हैं. उनकी मौजूदगी से सपा ही नहीं, बसपा और कांग्रेस में भी बेचैनी है.


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प्रदेश की मुस्लिम लीडरशिप में आजम खान सबसे बड़ा चेहरा हैं. इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद आजम खान रामपुर में अपना किला सुरक्षित रखने में कामयाब रहे. उनकी ये ताकत समाजवादी पार्टी की ही है. (Abu Asim Azmi Samajwadi)

चूंकि इस बार आजम खान की गैर-मौजूदगी में चुनावी रण सज रहा है. जिसकी कसक पार्टी को भी खल रही है. फिलहाल पार्टी के पास आजम की भरपाई का कोई विकल्प नहीं है. जिनका मुस्लिम मतदाताओं के एक बड़े हिस्से पर आजम जितना गहरा असर हो.

अबू आसिम आजमी ही हैं, जो महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. मूलरूप से आजमगढ़ के रहने वाले आजमी ने 1995 में सपा का दामन थामा था. पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा. 2002 से 2008 तक आजमी सांसद रहे.

अभी महाराष्ट्र की मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से पार्टी विधायक हैं. महाराष्ट्र में आजमी ऐसे इकलौते विधायक हैं, जिन्होंने एक साथ दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. वे मानखुद के साथ भिवांडी ईस्ट से भी एमएलए का चुनाव जीते थे. बाद में उन्होंने मानखुर्द सीट को ही रखा.

आजमी, आजमगढ़ में पैदा हुए. महाराष्ट्र में बिजेनस है. यूपी के पूर्वी क्षेत्र में उनका अच्छा प्रभाव माना जा रहा है. कानपुर, फतेहपुर के अलावा वह जहां भी जा रहे हैं-उनकी रैलियों में जबरदस्त भीड़ नजर आती है.

पूर्व मंत्री सलीम शेरवानी

अबू आसिम आजमी के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी भी समाजवादी पार्टी के हर बड़े कार्यक्रम के मंच पर नजर आते हैं. कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे शेरवानी ने दोबारा सपा ज्वाइन की है. वह बदायूं से कई बार सांसद रहे हैं. रुहेलखंड के बरेली मंडल में उनका प्रभाव है.

Ateeq Khan

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