द लीडर : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से अस्पतालों में बिस्तर का संकट बना है. कई राज्यों में यही हाल है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी बेड की किल्लत सामने आई है. यहां तक कि मोदी सरकार में मंत्री वीके सिंह के भाई को भी बेड नहीं मिला, तो मंत्री ने सोशल मीडिया पर आकर गुहार लगाई. इसको लेकर मंत्री वीके सिंह ट्रोल हो गए. तब उन्होंने सफाई में ट्वीट किया कि वो मेरा भाई नहीं था. मानवता के नाते मैंने डीएम तक उनकी सूचना फॉरवर्ड की थी.
वीके सिंह पूर्व सेनाध्यक्ष रहे हैं. वे गाजियाबाद से सांसद भी हैं. रविवार को दोपहर 12:20 बजे उन्होंने डीएम गाजियाबाद को टैग करते हुए ट्वीट किया-प्लीज हमारी हेल्प करें. मेरे भाई को कोरोना इलाज के लिए बेड की आवश्यकता है. अभी गाजियाबाद में बेड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है.
इसे रिट्वीट करते हुए पत्रकार प्रज्ञा मिरा ने लिखा, ट्वीट करके सरकारों के आगे गिड़गिड़ाना तो हम जेसे निरीह पत्रकारों को शोभा देता है. सर आप तो सरकार में हैं…आपके एक आदेश पर बेड मिलना चाहिए. और आपको लोगों की मदद के लिए आदेश करने चाहिए. इसी के साथ उन्होंने वीके सिंह के ट्वीट को टैग करते हुए उनकी मदद किए जाने की भी अपील की है. ये कहते हुए कि यूपी में कोरोना से हालात काफी खराब हें. कृप्या गंभीरता से लें.
वीके सिंह सर ने दूसरा ट्विट भी डिलीट कर दिया…ट्विट करके सरकारों के आगे गिड़गिड़ाना तो हम जैसे निरीह पत्रकारों को शोभा देता है.. सर आप तो सरकार हैं..भाई खून के रिश्ते का ना भी हो..तो भी आपको आदेश ही करना चाहिए.. pic.twitter.com/8EMGGeu6HU
— Pragya Mishra (@PragyaLive) April 18, 2021
इससे पहले वीके सिंह कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करते रहे हैं. वे स्थानीय प्रशासन की महामारी से निपटने की तैयारियों को भी सराहते रहे हैं.
करीब 30,000 HCW और 23,000 FLW में से क्रमशः 61% और 55% कर्मचारियों को टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं। करीब तीन लाख 45+ वर्ष के नागरिकों में से लगभग 50% लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है।
इन आँकड़ों के लिए मैं ग़ाज़ियाबाद के लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना करना चाहूँगा। pic.twitter.com/n0IxyBoEsN— Gen VK Singh (@Gen_VKSingh) April 12, 2021