उदयपुर के श्‍मशान घाट में अंतिम संस्‍कार के लिए हो रही दलाली का जज ने ऐसे किया पर्दाफाश

उदयपुर। लेकसिटी उदयपुर में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए भी दलाल सक्रिय हो गए हैं. इन दलालों को रोकने में नगर निगम पूरी तरह से विफल हो रहा है. मृतक के परिजन सिर्फ संक्रमित बॉडी को गाड़ी से उतारकर चिता पर रखने तक के लिए 15,000 रुपये देने को मजबूर हैं.

यह भी पढ़े: लखनऊ के टेंडर पाम अस्पताल ने 5 कोविड मरीजों की मौत पर दी सफाई, कहा- ऑक्सीजन की कमी से नहीं गई जान 

चार श्मशानों का औचक निरीक्षण

यह खुलासा तब हुआ जब न्यायाधीश कुलदीप सूत्रकार अपने दल के साथ अंतिम संस्कार के लिए आए लोगों की भीड़ में चुपचाप शामिल हो गए. एडीजे एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुलदीप सूत्रकार ने गुरुवार को शहर के चार श्मशानों का औचक निरीक्षण किया.

श्मशान घाट में देखी गई घोर लापरवाही

इस दौरान वे अपनी गाड़ी को शमशान से 500 मीटर दूर खड़ी कर गुप्त रूप से शमशान के अंदर मौजूद रहे. उन्होंने सेक्टर-3 और सेक्टर-13 इलाके के श्मशान में घोर लापरवाही देखी. इन दोनों श्मशान के बाहर दलाल पूरी तरह से सक्रिय नजर आए.

यह भी पढ़े: तहजीब का ये निसाब जिसे लखनऊ कहते हैं, उसे आबाद रखने को कैसे पूरा शहर डटकर खड़ा हो गया

पैसे लेकर शव का अंतिम संस्कार

दलालों द्वारा 15,000 रुपये सिर्फ कोरोना संक्रमित बॉडी को गाड़ी से उतारकर चिता पर रखने तक के लिए जा रहे थे. लकड़ी का खर्च और उसे श्मशान में जमाने का कार्य स्वयं मृतक के परिवार को भी करना पड़ रहा था.

कोविड मृतक के रिश्तेदार बनकर गये थे

सेक्टर-3 इलाके में शमशान में कोई चौकीदार मौजूद नहीं था. जिस व्यक्ति को इस श्मशान में अंतिम संस्कार करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी, वह भी नदारद था. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने उससे संपर्क करने की भी कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.

यह भी पढ़े: बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान,पंचायत चुनाव टल जाते तो बच जाती बहुत से कर्मचारियों की जान

इस दौरान एडीजे कुलदीप सूत्रकार ने स्वयं अज्ञात कोविड मृतक के रिश्तेदार बन कर राजेश गोरण नाम के युवक से अंतिम संस्कार कराने की बात की. राजेश गोरण और उसके तीन साथियों ने 15000 रुपए लेकर कोविड बॉडी का अंतिम संस्कार किया जाना तय किया.

नगर निगम के आयुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र

इसी तरह सेक्टर-13 इलाके में स्थित श्मशान पर कोविड बॉडी के दाह संस्कार के लिए एक अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा 2100 रुपये मांगे गए. एडीजे कुलदीप सूत्रकार ने मनमाने तरीके से दाह संस्कार के लिए दलालों द्वारा वसूली की यह जानकारी नगर निगम के आयुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र द्वारा साझा की. उन्होंने लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर दलालों द्वारा की जा रही वसूली पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

यह भी पढ़े: उत्तराखंड में बन रही थी नकली रेमडेसिविर ! दिल्ली पुलिस ने किया भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

 

 

indra yadav

Related Posts

Bareilly News:  बरेली डीएम मरीज बनकर पहुंचे जिला अस्पताल, लाइन में लगकर जाना अल्ट्रासाउंड का हाल 

बरेली: बरेली के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बुधवार सुबह जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, लेकिन इस बार कुछ हटकर अंदाज में डीएम खुद मरीज बनकर अस्पताल पहुंचे और अपनी पहचान…

मणिपुर में 3 बार भूकंप के झटकों से दहला इलाका, लोग दहशत में घरों से बाहर भागे

National News : मणिपुर में एक बार फिर धरती कांप उठी। बुधवार की तड़के मणिपुर के कई इलाकों में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन झटकों ने लोगों…