द लीडर हिंदी: इस वक्त की बड़ी खबर हरियाणा के फरीदाबाद से है. जहां रात को सेक्टर 37 में मकान नंबर 406 में एक ही परिवार के छह लोगों ने हाथ की नस काटकर खुदखुशी करने की कोशिश की. घटना में परिवार के एक सदस्य की मौत हो गई है, जबकि पांच अन्य घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल, दिल्ली और हरियाणा पुलिस मामले की जांच कर रही है.मिली जानकारी के मुताबीक सूदखोर से परेशान होकर घी कारोबारी ने परिवार सहित छह लोगों ने ये बड़ा कदम उठाया.
जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित एक मकान का यह मामला है. यहां पर लहूलुहान हाल में दिल्ली के देसी घी के कारोबारी का पूरा परिवार मिला है. घर में कारोबारी सहित छह सदस्य रहते हैं. शुक्रवार को सभी के हाथों की नस कटी हुई मिली. घटना के बाद सभी लोगों को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन घी कारोबारी रास्ते में ही मौत हो गई. अन्य सदस्यों की हालत गंभीर बनी है. बताया जा रहा है कि लोन रिकवरी को लेकर कुछ लोग कारोबारी के घर पर पहुंचे थे. लगातार गुरुवार को ये सूदखोर यहां आ रहे थे और इसी से परिवार डरा हुआ.
बताया जा रहा है कि गुरुवार रात को सूदखोर घर के बाहर तैनात गार्ड को किडनैप करके ले गए थे और उससे परिवार के लोगों का नंबर मांग रहे थे. दरअसल, सूदखोरों से बचने के लिए कारोबारी ने घर पर दो शिफ्ट में गार्ड तैनात किए थे. फिलहाल, पुलिस की दो टीमें दिल्ली में सूदखोरों की तलाश में कर रही है. उधर अस्पताल में भर्ती लोगों में श्याम गोयल की पत्नी साधना, बेटा अनिरुद्ध, उसकी पत्नी निधि, इनके बेटे हिमांग व धनंजय शामिल हैं.जिनका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा कि दिल्ली के चांदनी चौक में घी के बड़े कारोबारी की दुकान है. बताया जा रहा है हाउस लोन ना भरने पर रिकवरी टीम उनके घर पर आई थी.
वही छोटे पोते ने समझदारी दिखाते हुए सिक्योरिटी गार्ड से घर का गेट को खुलवाया और परिवार को बचाया. सेक्टर के लोगों का कहना है कि अभी किसी की मौत नहीं हुई है. सभी का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है. परिवार के मुखिया श्याम गोयल (70) की मौत हो गई है. जबकि साधना गोयल (67) अनिरुद्ध गोयल (45), निधि गोयल (42) धनंजय गोयल (19), हिमांक गोयल (15) घायल हैं। सभी लोगों के नस काटी है.
वही शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि परिवार ने जहरीला पदार्थ भी खाया था. रात 1:30 बजे पुलिस परिवार के छह लोगों को एशियन अस्पताल में लेकर पहुंची थी. 12 वर्षीय सबसे छोटा पोते ने नस नहीं काटी थी. उसी ने सुरक्षा गार्ड को बोला कि घर का गेट खोलो.घर का गेट खोलने के बाद सुरक्षा गार्ड ने पुलिस को सूचना देने के बाद सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया.पांच में से तीन लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.