‘त्रिपुरा में मुसलमानों पर क्रूरता, हिंसा और नफरत फैलाने वाले हिंदू नहीं-ढोंगी हैं’-राहुल गांधी

द लीडर : भारत का पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा पिछले सप्ताह भर से सुलग रहा है. 13 अक्टूबर को बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में, त्रिपुरा के हिंदुत्वादी संगठन राज्य के अल्पसंख्यक के खिलाफ नफरत-हिंसा पर उतर आए हैं. अल्पसंख्यक मुसलमानों पर हमले और मस्जिदों में तोड़फोड़ की 21 घटनाएं सामने आ चुकी हैं. सरकार और विपक्ष की खामोशी के बीच गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान सामने आया है. (Tripura Communal Violence Muslims)

राहुल गांधी ने कहा, त्रिपुरा में हमारे मुसलमान भाईयों पर क्रूरता हो रही है. हिंदू के नाम पर नफरत और हिंसा करने वाले हिंदू नहीं, ढोंगी हैं. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ने त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा की सख्त लहजे में निंदा की है.

 

स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑग्रेनाइजेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक राज्य की 21 बड़ी घटनाओं की पुष्टि हो पाई है, जिनमें 15 जगहों पर मस्जिदों को टारगेट किया गया है. एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (APCR)ने जमीयत उलमा-ए-हिंद, एसआइओ के साथ मिलकर एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कराई. जिसमें त्रिपुरा के स्थानीय लोगों ने वहां के हालात की जानकारी दी है.


इसे भी पढ़ें- त्रिपुरा के मुसलमानों की जुबानी-21 घटनाओं की पुष्टि, मस्जिद-घरों पर हमले-भगवा झंडे लगाए, दुकानें जलाईं


 

ग्रामीण इलाकों में ज्यादा नुकसान बताया जा रहा है. हिंसा के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय सोशल मीडिया पर अपनी आवाज उठा रहा है. एपीसीआर के सचिव नदीम खान कहते हैं कि नेशनल मीडिया को मैनेज किया गया है. इसलिए राज्य की असल तस्वीरें प्रमुख मीडिया से गायब हैं. और शहरों में पुलिस सुरक्षा की तस्वीरें घुमाई जा रही हैं.

गुरुवार को पहली बार त्रिपुरा पुलिस ने राज्य की सांप्रदायिक हिंसा पर चुप्पी तोड़ी है. राज्य के आइजी कानून व्यवस्था सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि पाणीसागर में मस्जिद को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. देशविरोधी और शरारती तत्वों ने मस्जिद में आगजनी की अफवाह फैलाई है. (Tripura Communal Violence Muslims)

 

कंचनपुर जिले के एसडीपीओ ने कहा है कि राज्य में स्थिति नियंत्रित हैं. पाणीसागर में मस्जिद सुरक्षित है. जो भी घटना हुई है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

गुरुवार को त्रिपुरा पुलिस के ट्वीटर हैंडल से पाणीसागर मस्जिद की तस्वीरें भी साझा की गई हैं, जिनमें मस्जिद सुरक्षित नजर आ रही है और कुछ लोग बाहर बैठे हैं. त्रिपुरा के सुल्तान अहमद ने एक दिन हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि, पाणीसागर मस्जिद के बाहर मुस्लिम महिलाएं डटकर खड़ी हो गई थीं, इसलिए भीड़ मस्जिद को निशाना नहीं बना सकी.

त्रिपुरा हिंसा को लेकर यूनाइटेड अगेंस्ट हेट की ओर से शुक्रवार को दिल्ली के त्रिपुरा हाउस के बाहर प्रोटेस्ट की कॉल की गई है. दोपहर को ये प्रदर्शन होगा.

राज्य में हिंसा को लेकर अब तक किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है. लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के कई वाक्ये प्रकाश में आ रहे हैं. (Tripura Communal Violence Muslims)

बांग्लादेश हिंसा के खिलाफ राज्य के हिंदूवादी संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. रैलियां निकाल रहे हैं. आरोप है कि यही रैलियां हिंसक हो जा रही हैं और राज्य के अल्पसंख्यकों को टारगेट कर रही हैं. त्रिपुरा के आइजी सौरभ त्रिपाठी ने भी कहा है कि राज्य में अब स्थिति सामान्य है. और पुलिस अपना काम कर रही है.

 

Ateeq Khan

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