राम मंदिर निर्माण में आई ये बड़ी बाधा, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

द लीडर हिंदी : देश के लिये 22 जनवरी का दिन बड़ा ही खास था. क्योकि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गया था. नेता-अभिनेता सहित कई दिग्गज बिजनेसमैन इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वही उम्मीद जताई जा रही थी अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द हो जाएगा. लेकिन इसी बीच एक बड़ी बाधा होनी की जानकारी मिली है कि राम मंदिर निर्माण कार्य रुक गया है.कारीगरों ने काम पर लौटने से मना किया है. दरअसल पिछले तीन महीने से राम मंदिर निर्माण की गति धीमी हो गई है, साथ ही मंदिर निर्माण का काम भी बाकी है. यह बात सामने आई है कि राम मंदिर का निर्माण कर रहे कारीगरों की वजह से मंदिर का काम रुका हुआ है.ये कारीगर अपने घरों को लौट गए हैं और दोबारा मंदिर के काम में लौटने के लिए उत्सुक नहीं हैं. ये कारीगर मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी लेने वाली एलएंडटी कंपनी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं. इन सभी घटनाक्रमों को राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने कंपनी से जल्द से जल्द 200 कारीगरों की व्यवस्था करने को भी कहा है.

मिली जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण के लिए जरूरी कारीगरों की भारी कमी है. पिछले 3 महीने से राम मंदिर निर्माण का काम धीमा हो गया है, इसलिए राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के लिए, जो तारीख तय की गई थी, इसमें दो माह से अधिक का समय लग सकता है. राम मंदिर का निर्माण पूरा करने की अंतिम तारीख दिसंबर 2024 तय की गई, मगर अब कारीगरों की कमी के कारण मंदिर का निर्माण पूरा होने में और समय लग सकता है.

मुख्य कारण बनी भीषण गर्मी

कहा जाता है कि राम मंदिर का निर्माण करनेवाले कारीगरों की कमी के पीछे यहां की भीषण गर्मी मुख्य कारण है. भीषण गर्मी के कारण यहां के मजदूर अपने घरों को लौट गए, मगर अब मंदिर का काम कर रही कंपनी उन्हें काम पर वापस लाने में सफल नहीं हो रही है. इस संबंध में कल एक बैठक भी बुलाई गई थी. उस बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्रा ने कंपनी को बताया कि राम मंदिर का निर्माण पूरा करने की समय सीमा दिसंबर 2024 तक तय की गई है. मुख्य चुनौती मंदिर के शिखर का निर्माण करना है. दूसरी मंजिल का निर्माण पूरा होने के बाद ही शिखर बनाया जा सकेगा.https://theleaderhindi.com/shah-said-on-wayanad-landslide-kerala-government-was-already-warned-of-disaster/

Abhinav Rastogi

Related Posts

बरेली में केलाडांडी का माहौल जांचने पहुंचे डीएम-एसएसपी

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में जुमे के दिन जिस केलाडांडी गांव में मस्जिद बनाम विवादित स्थल का तनाज़ा खड़ा हुआ, वहां माहौल का जायज़ा लेने के लिए…

बरेली में बिना रंजिश क्यों क़त्ल किए गए सेना के रिटायर्ड माली

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में कैंट के मिलिट्री डेयरी फॉर्म के पास झोंपड़ीनुमा कमरा बनाकर रहने वाले बुज़ुर्ग रिटायर्ड माली की लाश मिली है. तब जबकि उन्हें…