द लीडर हिंदी: उत्तरी ग़ज़ा में अकाल के बादल मंडरा रहे हैं.ग़ज़ा में दर्जनों लोग पानी की कमी और कुपोषण से जूझ रहे हैं. इन्हें पिछले डेढ़ महीने से ढंग से खाना भी नसीब नहीं हो रहा है.इसी बीच राहत की खबर सामने आई है. जहां अमेरिकी सेना का कहना है कि ग़ज़ा के तट पर मदद लाने के लिए बनाया गया अस्थायी पियर फिर से स्थापित कर दिया गया है .और राहत सामग्री का पहुंचना चालू हो गया है.
सेना के मुताबिक़ गुरुवार को इस पियर के ज़रिये छह हज़ार टन से अधिक राहत सामग्री ग़ज़ा पहुंची है.ये एक दिन के भीतर पियर के ज़रिए ग़ज़ा पहुंचने वाली मदद की सर्वाधिक मात्रा है.30 करोड़ डॉलर के ख़र्च पर अमेरिकी सेना ने ये पियर ग़ज़ा के तट पर स्थापित किया है.हालांकि, हाल के समय में तेज़ हवा और ख़राब मौसम की वजह से ये पियर दस दिन से काम नहीं कर रहा था. संयुक्त राष्ट्र ने 8 जून को इसराइली सेना के बंधकों की रिहाई के लिए चलाये गए अभियान के बाद से इस पियर का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है.
इसराइली सेना ने पियर के इर्द-गिर्द के इलाक़े का इस्तेमाल अपने सैन्य अभियान में किया था.इसराइल ने दक्षिणी ग़ज़ा में मदद पहुंचाने के लिए एक सुरक्षित रास्ता स्थापित करने का वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं किया गया है.दक्षिणी शहर रफ़ा में इसराइली सेना के अभियान की वजह से यहां का मुख्य नाका भी बंद है.https://theleaderhindi.com/after-all-why-did-the-russian-president-tell-south-korea-that-it-would-be-a-big-mistake/