द लीडर : सऊदी अरब ने एक दिन में 81 लोगों को सज़ा-ए-मौत दी है. ये कार्रवाई पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी है. मानवाधिकार संगठनों ने इस पर सवाल उठाए हैं. कहा कि, आरोपियों को निष्पक्ष तरीके से क़ानूनन दलील देने का मौका नहीं मिला. दुनिया में सबसे ज़्यादा फांसी की सज़ा देने वालों में सऊदी पांचवें नंबर पर है. (Saudi Arab 81 Death Sentenced)
जिन 81 लोगों को फांसी की सज़ा दी गई है. उनमें 7 यमनी नागरिक हैं और एक सीरियाई. समाचार एजेंसी एसपीए के मुताबिक, इनमें कुछ पर इस्लामिक स्टेट, अल-कायदा और हूती विद्रोही संगठनों से जुड़े होने का आरोपा था. कुछ पर हत्या, अपहरण और बलात्कार का.
सऊदी में पिछले एक साल में 69 लोगों को फांसी पर चढ़ाया गया है. इस तरह एक साथ इतने लोगों को सज़ा-ए-मौत देने का ये सबसे बड़ा आंकड़ा है. दुनिया में सबसे ज़्यादा फांसी की सज़ा देने वाले देशों में सऊदी का 5वां नंबर है. जबकि ईरान पहले नंबर पर है. एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में ईरान में 260 लोगों को फांसी दी गई थी. ईरान के बाद मिस्र और इराक़ है, जहां सबसे ज़्यादा फांसी की सज़ाएं दी जा रही हैं. (Saudi Arab 81 Death Sentenced)
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सऊदी अरब की बात करें तो 1979 में यहां मक्का की ग्रैंड मस्जिद पर क़ब्ज़े के मामले में 63 लोगों को एकसाथ 1980 में सामूहिक रूप से फांसी दी गई थी. 2016 में 47 लोगों का सिर क़लम किया गया. जबकि 2019 में 37 और 2020 में 27 लोगों को फांसी दी गई. पिछले साल 2021 में 67 लोग फांसी पर चढ़ाए गए थे.
हाल ही में द अटलांटिक के साथ एक इंटरव्यू में सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान, जिन्हें पश्चिमी देशों में एमबीएस के नाम से जाना जाता है. उन्होंने इस्लामिक स्टेट और कट्टरता से जुड़े सवालों के जवाब दिए थे. जिसमें इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ सख़्ती का इज़हार किया था. (Saudi Arab 81 Death Sentenced)
एमनेस्टी की 2020 की रिपोर्ट बताती है कि, मिस्र में 240, इराक़ में 220, सऊदी अरब में 200 और अमेरिका में 180 लोगों को फांसी की सज़ा दी गई. एमनेस्टी की इस 15 देशों की लिस्ट में सोमालिया और यमन के बाद आठवें नंबर पर भारत है. इसके अलावा भारत में 120 लोगों को फांसी की सज़ा हुई. इसके अलावा ओमान, वोत्स्वाना, दक्षिणी सूडान, सूडान, बांग्लादेश, क़तर और ताइवान शामिल है.
मुहम्मद बिन सलमान की लीडरशिप में सऊदी आधुनिकता की तरफ बढ़ रहा है. महिलाओं को पहले से ज़्यादा अधिकार देने का मामला हो या सिनेमाघरों की रि-ओपनिंग. इसी संदर्भ में देखा जा रहा है. (Saudi Arab 81 Death Sentenced)