The leader Hindi: श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का नार्को टेस्ट गुरुवार यानी आज भी संभव नहीं लग रहा है। आफताब को सर्दी-बुखार है,जिसकी वजह से बुधवार को उसका पॉलीग्राफी टेस्ट पूरा नहीं हो पाया है। पॉलीग्राफी टेस्ट में देरी का मतलब यह है कि नार्को टेस्ट गुरुवार को नहीं हो सकता है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अफसर ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि पॉलीग्राफी टेस्ट तभी जारी रह सकता है, जब आफताब की तबीयत सही हो।
हालांकि, आज आफताब को महरौली पुलिस स्टेशन से बाहर ले जाया गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि उसे महरौली या गुरुग्राम के जंगलों में सर्चिंग के लिए ले जाया गया है या फिर किसी टेस्ट या जांच के लिए।
अब आज के बड़े अपडेट्स की तरफ बढ़ते हैं।
एक दिन पहले बुधवार को श्रद्धा की एक पुलिस कम्प्लेंट मीडिया में आई थी। 23 नवंबर 2020 की इस कम्प्लेंट में श्रद्धा ने पुलिस से कहा था कि आफताब ने उसे जान से मारने की कोशिश की। अगर पुलिस ने एक्शन नहीं लिया तो आफताब उसे टुकड़े-टुकड़े कर देगा। यानी मर्डर से 2 साल पहले श्रद्धा ने जो शिकायत की थी, वैसा ही आफताब ने किया। इस शिकायत पत्र के सामने आने के बाद मुंबई पुलिस पर सवाल उठे थे।23 नवंबर 2020 को मुंबई की पालघर पुलिस को लिखे गए शिकायत पत्र पर महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को ही जवाब दिया। DCP सुहास बावाचे ने कहा कि श्रद्धा की शिकायत पर उस वक्त वाजिब कार्रवाई की गई थी। बाद में श्रद्धा ने लिखकर दिया कि आफताब और उसके बीच जो भी विवाद था, वो सुलझ गया है और दोनों में सुलह हो गई है। इसके बाद हमने केस बंद कर दिया था।
इस पर महाराष्ट्र के डिप्टी चीफ मिनिस्टर देवेंद्र फडणवीस ने कहा- अगर वक्त रहते पुलिस एक्शन लेती तो श्रद्धा को बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि हम इस बात की जांच कराएंगे कि कोई भी एक्शन क्यों नहीं लिया गया। मैंने वो पत्र देखा है और वो बेहद गंभीर है। मैं किसी पर भी आरोप नहीं लगाना चाहता हूं, लेकिन किसी शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है तो इसकी जांच जरूर होनी चाहिए।28 साल के आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत कोर्ट से मिल चुकी है। यह टेस्ट तभी होगा, जब यह निश्चित हो जाए कि आफताब भावनात्मक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ है। उस स्थिति में उसका नार्को टेस्ट नहीं किया जा सकता है, जब शुरुआती जांच में आफताब अस्थिर या फिर अशांत हो
आफताब का पहला पॉलीग्राफी टेस्ट मंगलवार को रोहिणी के FSL में हुआ था। इसे लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कहा जाता है। करीब 6 घंटे तक आफताब से परिवार और उसके बारे में सवाल किए गए। इसके बाद केस से जुड़े कुछ सवाल हुए।
इसके बाद बुखार और सर्दी की वजह से बुधवार को उसका पॉलीग्राफी टेस्ट का दूसरा राउंड नहीं हो सका। टीम उसकी तबीयत सुधरने का इंतजार कर रही है। जांच अधिकारी और FSL की टीम को ही नार्को टेस्ट की िजम्मेदारी दी गई है।
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