द लीडर हिंदी: पेरिस ओलंपिक के कुश्ती इवेंट के फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट अयोग्य क़रार कर दी गई हैं.जिसके बाद इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध जताया जा रहा है. बुधवार को लोकसभा में भी ये मुद्दा गूंजा. केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया कि विनेश मंगलवार को तीन मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर बनीं. भारत सरकार ने विनेश फोगाट की हर संभव सहायता प्रदान की. खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा उन्हें प्रशिक्षण के लिए भी वित्तीय सहायता दी गई.उनके अतिरिक्त स्टाफ को भी हर तरह की मदद दी गई.फिजियोथेरेपिस्ट भी उनके अलग से ही थे.
इसके साथ ही खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि पीटी ऊषा अभी पेरिस में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की है. कुश्ती संघ पर मामले का संज्ञान ले रहा है. इसका विरोध जताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीते दिन विनेश फोगाट ने एक ही दिन में तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन दुर्भाग्य से फाइनल से पहले उनका वजन (50 किलोग्राम भारवर्ग) ज्यादा पाया गया.खेल के कड़े नियमों की वजह से उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया.
मनसुख मंडाविया ने संसद में कहा, “भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में तय वज़न से 100 ग्राम ज़्यादा होने की वजह से बाहर होना पड़ा है. विनेश 50 किग्रा कैटेगरी में खेल रही थीं. मुक़ाबले के लिए उनका वज़न 50 किग्रा होना ज़रूरी था.”
खेल मंत्री ने कहा, “रेसलिंग नियमों के मुताबिक़ सभी प्रतियोगिताओं के लिए सभी वेट कैटेगरी में रोज़ सुबह वज़न नापा जाता है. अनुच्छेद 11 के मुताबिक़ अगर कोई खिलाड़ी पहले और दूसरे वज़न माप में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है और बिना किसी रैंक के आख़िरी स्थान पर रखा जाता है.”https://theleaderhindi.com/priyanka-gandhis-emotional-message-for-vinesh-phogat-dear-sister/