द लीडर हिंदी: दिवालिया होने के बाद श्रीलंका में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुए.आर्थिक संकट के बाद हुए इस पहले राष्ट्रपति चुनाव में तकरीबन 75 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला.जिनकी गिनती जारी है. श्रीलंका में इतिहास में पहली राष्ट्रपति चुनावों में दूसरे राउंड की वोटों की गिनती हो रही है.अभी तक किसी भी उम्मीदवार को जीत के लिए ज़रूरी 50 प्रतिशत से अधिक मत नहीं मिले हैं. श्रीलंका का चुनाव आयोग अब मतदाताओं के दूसरी और तीसरी पंसद पर वोटों की गिनती कराएगा.
लोगों को चुनाव के दौरान अपनी पसंद की वरियता मुताबीक तीन उम्मीदवारों को चुनने को कहा गया था.चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अनुरा कुमारा दिसानायके और सजीथ प्रेमदासा को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवार रेस से बाहर हो गए हैं.बतादें 2022 में आर्थिक संकट आने के बाद पहली बार श्रीलंका में इतने बड़े स्तर पर चुनाव हुए.https://theleaderhindi.com/ayodhya-sp-mps-son-in-trouble-accused-of-assault-and-threatening-case-registered/बतादें नवीनतम परिणामों से पता चला कि नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के अनुरा कुमार दिसानायके ने 39.52 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि विपक्षी नेता सजिथ प्रेमदासा 34.28 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. श्रीलंका के मतदाता तीन उम्मीदवारों को वरीयता क्रम में रखकर विजेता का चुनाव करता है। अगर किसी उम्मीदवार के पास पूर्ण बहुमत होता है तो उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है. अगर उम्मीदवार बहुत हासिल करने में नाकाम रहा तो दूसरे दौर की गिनती शुरू होगी, जिसमें दूसरी और तीसरी पसंद के वोटों को ध्यान में रखा जाएगा.