द लीडर : नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( NHAI ) ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले टैंकरों का टोल फ्री कर दिया. ताकि ऑक्सीज़न की सप्लाई समय से अस्पतालों में हो सके.
देशभर के किसी भी NHAI के टोल प्लाजा पर उनसे टोल नहीं वसूला जाएगा. कोरोना मरीजो के ईलाज में बढ़ती मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड और ऑक्सीज़न के अस्पताल पहुंचने में देरी होने पर मरीजों को होने वाले नुकसान को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है.
NHAI ने आदेश दिया है कि अस्पतालों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकर्स को NHAI के किसी भी टोल प्लाजा पर आगामी आदेश तक टोल देने की जरूरत नहीं होगी. मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को भी दूसरे इमरजेंसी वाहनों की तरह सहूलियत दी जाएगी.
एंबुलेंस की तरह ट्रीटमेंट मिले
NHAI ने कहा कि ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को एंबुलेंस की तरह ट्रीटमेंट दिया जाए. ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को ट्रैफिक से क्लियरेंस दिला कर पहले निकाला जाए.
इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को एंबुलेंस का दर्जा देने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि टैंकर को प्लांट से रवाना होने से लेकर अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान पुलिस का वाहन उनके साथ रहेगा.
NHAI के आदेश में ऑक्सीजन ले जा रहे वाहनों को क्लियर रास्ता देने की बात कही गई है. आदेश की कॉपी NHAI से जुड़े सभी अधिकारियों और दूसरे स्टॉक होल्डर्स को दे दी गई है.
बता देगी एनएचएआई के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा शुरू कर दी गई है इससे वाहनों को टोल प्लाजा से पास होने में कुछ ही समय लगता है इसके बावजूद कई बार टोल प्लाजा के स्कैनर में खामी के चलते लंबा जाम लग जाता है ऐसे में एनएचएआई ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सभी टोल प्लाजा पर मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले टैंकरों को प्राथमिकता पर निकाला जाए और उनसे किसी प्रकार का टोल शुल्क ना लिया जाए.