द लीडर। विधानसभा चुनाव में एक मुस्लिम महिला को भारतीय जनता पार्टी (BJP) को वोट करना भारी पड़ा गया। उसके ससुरालियों ने महिला की पिटाई कर उसे घर से निकाल दिया। साथ ही तलाक दिलवाने और पुलिस में शिकायत करने पर भाई को जान से मारने की धमकी दी है।
बीजेपी को वोट करना पड़ा भारी
मामला बरेली के एजाज नगर क्षेत्र का है जहां गौटिया निवासी ताहिर अंसारी की बेटी उजमा का निकाह मोहल्ले के ही तस्लीम अंसारी के साथ जनवरी 2021 को हुआ था। दोनों की लव मैरिज हुई थी।
पीड़िता ने बताया कि विधानसभा चुनाव में उसने भाजपा को वोट दिया था। इस बात की भनक जब रिश्ते के मामा मौलाना तय्यब और देवर आरिफ को लगी तो उन्होंने पहले उससे पूछा कि उसने किसको वोट दिया था।
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महिला ने जब बताया कि, उसने भाजपा को वोट दिया है तो वे भड़क गए। उन्होंने उसे पीटा। रिश्ते के मामा और देवर ने कहा कि उसने भाजपा को वोट दिया है इसलिए उसका पति उसे तलाक देगा। भाजपा सरकार रोक सके तो रोककर दिखाए।
पीड़िता के परिजनों ने लगाई मदद की गुहार
वहीं पीड़िता के पिता ताहिर अंसारी का कहना है कि, वे मेहनत-मजदूरी करते है। बेटी को ससुरालियों ने मारपीट कर घर से निकाल दिया है। वहीं, पीड़िता और परिवार के लोगों ने पुलिस से मदद मांगी है। वहीं, शौहर से इस संबंध में बात नहीं हुई।
उलमा बोले- पार्टियों को वोट देना संवैधानिक अधिकार
वहीं इस पूरे मामले पर तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि सियासी पार्टियों को वोट देना संवैधानिक अधिकार है। कोई भी महिला, पुरूष किसी भी प्रत्याशी या पार्टी को वोट कर सकता है। इसको सियासी नजरिए से देखना ठीक नहीं है।
ससुराली या शौहर इस बात के लिए तलाक की धमकी दे रहे हैं कि पीड़िता ने भाजपा को वोट दिया है तो यह गलत है। ससुरालियों को चाहिए कि वो पीड़िता से माफी मांगे। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो शरीयत की नजर में गुनाहगार होंगे।
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