द लीडर : राष्ट्रीय स्वंय संवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं भारतीय सद्भावना मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने समाज सेवा मंच बरेली के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया. क़रीब एक घंटे के भाषण में उन्होंने मुसलमानों के सामने मौजूदा और माज़ी के हालात को रखा. अपनी बात को समझाने के लिए क़ुरान की आयतों और पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के फ़रमान का हवाला दिया. कहा कि मादरे वतन से मुहब्बत नहीं तो ईमान का जज़्बा नहीं है. (Muslim Leaders Indresh Kumar)
क़ुरान की आयत सूरा-ए-बक़रा का ज़िक्र किया. यह भी बताया कि किस तरह अल्लाह के रसूल ने गाय के दूध को शिफ़ा और मांस को नुकसान का सबब क़रार दिया. देवबंद में मौलाना मदनी से लेकर बरेली के मौलाना तौक़ीर रज़ा खां और दिल्ली की शाही जामा मस्जिद के इमाम के मुलाक़ातों का ज़िक्र किया. बताया कौन दोपहर के सूर्य और कौन रात के चंद्रमा में मिला. मौलाना तौक़ीर रात में मिले, दिन में मिलने की हिम्मत नहीं कर पाए. (Muslim Leaders Indresh Kumar)
पैसों की ख़ातिर मुस्लिम वोटों के बंटवारे का संगीन इल्ज़ाम भी लगाया. यह भी कह गए कि इन रहनुमाओं के डराने से कि भाजपा के साथ मत जाओ, आरएसएस वाले तुम्हें कच्चा खा जाएंगे, मुसलमानों को 70 साल में फ़ायदा नहीं हुआ. छह साल अटल बिहारी वाजपेयी और अब सात साल से मोदी प्रधानमंत्री हैं, सबके लिए काम हुए हैं.
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इंद्रेश कुमार ने अपने संबोधन में भारत के पूर्व उपराष्ट्रपित हामिद अंसारी पर तीख़े अंदाज़ में हमला किया. उनकी तरफ़ से उछाले जा रहे इल्ज़ामों को लेकर यहां तक कह दिया कि उन्हें पाकिस्तान या फिर अमेरिका चले जाना चाहिए. हिंदुस्तान के मुसलमानों को दाग़दार नहीं बनाएं. (Muslim Leaders Indresh Kumar)
कार्यक्रम के आख़िर में वह हमारा नारा नफ़रत नहीं भाईचारा, हमारा रास्ता तलाक़ नहीं मुहब्बत-मुहब्बत, हम एक हैं हम एक हैं, भारत माता की जय और वंदेमातरम भी कहलवा गए. कार्यक्रम में मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों ने आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के भाषण को संजीदगी के साथ सुना.