द लीडर। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाने के बाद उन्हें टीएमसी पार्टी से भी बर्खास्त कर दिया है। एसएससी घोटाले में आरोपी पार्थ चटर्जी पर ममता बनर्जी सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए यह कार्रवाई की है। पार्थ चटर्जी को पार्टी से हटाने के बाद खुद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, पार्थ को आरोपों के चलते पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है। मेरी पार्टी कठोर कार्रवाई करती है। अगर पार्थ दोषी पाए जाते हैं तो आजीवन कारावास से भी उन्हें कोई फर्फ नहीं पड़ेगा।
पार्थ चटर्जी को ममता बनर्जी ने दिखाया बाहर का रास्ता
एसएससी घोटाले में आरोपी पार्थ चटर्जी को सीएम ममता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। विपक्ष के साथ-साथ टीएमसी के अंदर भी ऐसी मांग उठ रही थी जिसके बाद सीएम ममता को पार्थ के खिलाफ सख्त रुख अपनाना पड़ा, जिनको ममता बनर्जी अपना बड़ा भाई कहती थीं। उन्हें आरोपों के चलते पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है।
पार्थ चटर्जी ममता सरकार में उद्योग मंत्री थे। संसदीय कार्य विभाग का प्रभार भी उनके पास था। लेकिन अब घोटाले में नाम आने के बाद उनको इन जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। पार्थ के पोर्टफोलियो की बात करें तो वह साल 2014 से 2021 तक बंगाल के शिक्षा मंत्री रहे थे।
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‘अगर पार्थ दोषी हैं तो आजीवन कारावास से भी फर्क नहीं पड़ेगा’
सीएम ममता के लिए अपने खास नेता और करीबी को हटाना आसान नहीं था। लेकिन कई चीजें ऐसी थीं जो पार्थ के खिलाफ जा रही थीं जिसका नुकसान तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ ममता बनर्जी की इमेज को भी हो रहा था। ममता बनर्जी यह तक कह चुकी हैं कि, अगर पार्थ दोषी पाये जाते हैं तो उनको आजीवन कारावास देने पर भी उनको फर्क नहीं पड़ेगा।
पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि, मैंने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया है। मेरी पार्टी कठोर कार्रवाई करती है। इसके पीछे कई योजनाएं हैं, लेकिन मैं विवरण में नहीं जाना चाहती।
दोषी साबित नहीं होने पर पार्टी में वापसी कर सकते हैं पार्थ
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बताया कि, एसएससी घोटाले में आरोपी पार्थ चटर्जी को टीएमसी से निलंबित कर दिया गया है। अगर पार्थ चटर्जी दोषी साबित नहीं होते हैं तो वो पार्टी में वापसी कर सकते हैं। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि, अर्पिता मुखर्जी के घर से जो रकम बरामद हुई है वह टीएमसी का नहीं है। हम इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।
ईडी ने 23 जुलाई को पार्थ चटर्जी को किया था गिरफ्तार
भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच कर रही ईडी ने 23 जुलाई को पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। उससे पहले उनके कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी जिसमें मोटी रकम बरामद हुई है।
पार्थ चटर्जी बंगाल के शिक्षक घोटाले में फंसे हैं। उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के अलग-अलग घरों से करीब 50 करोड़ रुपये कैश और कई किलो सोना मिला है। ईडी के मुताबिक, अर्पिता कबूल कर चुकी हैं कि यह सारा पैसा मंत्री पार्थ चटर्जी का है। अब पार्थ की गिरफ्तारी के करीब एक हफ्ते बाद उनको पार्टी से निकाला गया है।
जानिए क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
टीचर भर्ती घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई कर रहा है। बताया जा रहा है कि, ये भर्ती प्रक्रिया साल 2016 में शुरू हुई थी। जिसमें आरोप लगा है कि, फर्जी तरीके से भर्ती कराने के लिए ओएमआर शीट में हेराफेरी की गई। इसमें लाखों रुपए घूस लेकर फेल उम्मीदवारों को पास कराया गया है।
जानिए पार्थ चटर्जी के बारे में?
पार्थ चटर्जी का जन्म कोलकाता में 6 अक्टूबर 1952 को हुआ था। उन्होंने एमबीए की डिग्री ली है। 70 साल के चटर्जी एंड्र्यू युले कंपनी में बतौर एचआर प्रोफेशनल काम कर चुके हैं। उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 2001 में तब हुई, जब वो बेहला पश्चिम से पहली बार विधायक चुने गए।
इसके बाद 2006 में भी दोबारा एमएलए बने। फिलहाल पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में पार्थ चटर्जी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री विभाग के मंत्री हैं। इससे पहले पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। साथ ही वो अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल के महासचिव भी हैं।
बता दें कि, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। अभी उनसे पूछताछ की जा रही है। मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से अब तक लगभग 50 करोड़ कैश बरामद हो चुका है। फिलहाल अभी भी ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है।
अर्पिता मुखर्जी कौन हैं ?
ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की सबसे करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी बंगाली फिल्मों की एक्ट्रेस रह चुकी हैं। बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत के साथ कुछ फिल्मों में साइड रोल करने के अलावा अर्पिता ने उड़िया, तमिल फिल्मों में भी काम किया है। कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समिति जिससे पार्थ चटर्जी से जुड़े हैं, अर्पिता मुखर्जी उस पूजा पंडाल का हिस्सा और प्रमुख चेहरा रह चुकी हैं। अर्पिता चटर्जी और पार्थ चटर्जी के साथ कई तस्वीरों में नजर आई हैं।
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