द लीडर हिंदी, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में कानून व्यस्था नहीं है और वहां पर ‘जंगलराज’ है.
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मैं भारत में किसी को भी बंगाल को बांटने नहीं दूंगी- ममता बनर्जी
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, पहले आप उस राज्य को संभालें जहां आपकी सरकार है. बीजेपी पर धिक्कार, धिक्कार, धिक्कार है. सीएम ने कहा कि, मैं भारत में किसी को भी बंगाल को बांटने नहीं दूंगी.
बीजेपी किसी का सम्मान नहीं करती है- ममता बनर्जी
विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि, “मेरे अटल जी, आडवाणी जी और राजनाथ जी से अच्छे रिश्तें रहे हैं लेकिन आज की बीजेपी किसी का सम्मान नहीं करती है. वह ये नहीं जानती है कि दूसरों से कैसे बात की जाती है.”
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ममता बनर्जी ने कहा कि, वो लोग जो चुनाव के बाद हिंसा पर बोल रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहती हूं कि, मैंने पांच तारीख को कार्यभार संभाला, उसके बाद कितनी घटनाएं हुई हैं. मैंने खुद देखा है कि, जहां मैंने चुनाव लड़ा, वहां लोगों को धमकाया गया और वोट न देने को कहा गया.
मामला विचाराधीन है, मैं जगह का नाम नहीं लूंगी. बीएसएफ और सीआरपीएफ ने लोगों की पिटाई की. ये मामला कोर्ट में है, मैं कुछ कहना नहीं चाहती.”
ममता बनर्जी का चुनाव आयोग पर भी कटाक्ष
इतना नहीं नहीं, मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, “क्या चुनाव आयोग ने बीजेपी की मदद की. बीजेपी 30 का आंकड़ा पार नहीं कर सकती है. मैं ऐसा कह सकती हूं.”
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सीएम ममता ने कहा कि, बीजेपी के विधायक शिष्टाचार और शालीनता नहीं जानते और विधानसभा में पिछले दिनों राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के दौरान हुए हंगामे से यह बात जाहिर हो गई है.
बता दें कि, राज्यपाल ने दो जुलाई को राज्य विधानसभा में बीजेपी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच अपने 18 पन्नों के अभिभाषण की कुछ पंक्तियां ही पढ़ीं और लिखित भाषण सदन के पटल पर रखा.
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बीजपी विधायक राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर नारेबाजी कर रहे थे. तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बनर्जी ने सदन में अपने भाषण में कहा कि राज्य में बीजेपी विधायकों को केंद्र के बीजेपी नेतृत्व द्वारा चुने गये राज्यपाल के सदन में अभिभाषण देने में अवरोध पैदा नहीं करना चाहिए था.