द लीडर हिंदी : खबर यूपी के ज़िला बरेली से है. जहां क़िला के क़िला मेडिकल स्टोर पर ANTF की बड़ी कार्रवाई करते हुए 250 पेटी कोडीन कफ सीरप और नीद की दवाएं ज़ब्त की. बता दें किला मेडिकल स्टोर ऐसा स्टोर है जो 20% से ज़्यादा डिस्काउंट देने के लिए चर्चिच है.जिसपर एंटी नारकोटिक्स टॉस्कफोर्स (एएनटीफ) ने बड़ी कार्रवाई की है.एएनटीएफ को किला क्रॉसिंग के पास स्थित किला मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री की सूचना काफी समय से मिल रही थी.
टीम ने सोमवार रात करीब आठ बजे स्टोर पर छापा मारा. मेडिकल स्टोर और गोदाम से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं मिली हैं. बता दें छापे से दहशत में उस मार्ग के सभी मेडिकल स्टोर बंद हो गए. वही मुन्ने अंसारी व उनके भाई पर NDPS एक्ट में दहत मुक़दमा दर्ज हो गया.
वही कार्रवाई पहले मेडिकल स्टोर पर सर्च की. उसके बाद सीबीगंज में महेशपुर ठाकुरान के गोदाम पहुंचकर तलाशी ली गई. जैसे ही छापे की सूचना आसपास फैली क़िला क्रासिंग से क़ुतुबख़ाना जाने वाले मार्ग पर दर्जनों मेडिकल स्टोर के शटर गिरने शुरू हो गए. लेकिन टीम की कार्रवाई क़िला मेडिकल स्टोर तक सीमित रही. पहले स्टोर संचालक से पूछताछ की गई. नियम-क़ानून को लेकर बहस हुई.
उसके बाद स्टोर को खंगालना शुरू कर दिया गया. प्रतिबंधित दवाएं मिलने के बाद टीम सीबीगंज थाने के गांव महेशपुर ठाकुरान पहुंची. यहां मुन्ने अंसारी ने किराए के एक घर में गोदाम बना रखा है. यहां से 250 पेटी कोडीन कफ़ सीरप और अल्प्राज़ोलम नींद की गोलियां मिलने की जानकारी मिली है.
दवाओं की गिनती के बाद उसे सीबीगंज थाने में रखवा दिया गया. जांच में साफ हुआ है कि गोदाम का मुन्ने अंसारी के पास लाइसेंस नहीं है. कफ सीरप के बारे में जानकारी मिली है कि नशेड़ियों को बेचा जाता था. इल्ज़ाम है कि प्रतिबंधित दवाएं डॉक्टर के पर्चे बग़ैर ही बेची जा रही थीं. थाना सीबीगंज में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुन्ने अंसारी और उसके भाई पर मुक़दमा दर्ज करा दिया गया है.
इंस्पेक्टर सीबीगंज राधेश्याम ने द लीडर हिंदी को बताया कि मेडिकल स्टोर संचालक और उसके भाई को गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. जानकारी मिली है कि छापा शिकायत के बाद मारा गया है. उससे पहले गोपनीय जांच कराई गई थी. वही चर्चित मेडिकल स्टोर मालिक अब बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. विभाग के शिकंजा कसने के बाद पुलिस भी हरकत में आ चुकी है.