द लीडर हिंदी: बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराया गया. दूसरे दौर में कश्मीर घाटी की 15 सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हुई. लेकिन इसी बीच राज्य की दो बड़ी पार्टियों ने कम मतदान होने के बात कही.दरअसल नेशनल कॉन्फ़्रेंस और पीडीपी ने श्रीनगर में कम मतदान के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है. जम्मू-कश्मीर में पहले चरण में 61.3 फ़ीसदी मतदान हुआ था वहीं दूसरे चरण में यह सिमट कर 57 फ़ीसदी पर आ गया था.
बुधवार को जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण की वोटिंग हुई थी. नेशनल कॉन्फ़्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने श्रीनगर में कहा, “हमारी उम्मीद के हिसाब से मतदान कम रहा. इसके पीछे पूरी तरह के केंद्र सरकार ज़िम्मेदार है. पिछले चरण के ज़्यादा मतदान को उन्होंने सामान्य स्थिति बताते हुए अनुच्छेद 370 के हटने का असर बताया था. मुझे लगता है कि श्रीनगर में कम मतदान इसी का नतीज़ा है.”उमर अब्दुल्लाह ने यह भी कहा कि श्रीनगर के लोग ज़्यादा मतदान के ज़रिए इस बात का ग़लत संदेश नहीं देना चाहते थे कि राज्य में स्थिति सामान्य है और वे 370 को हटाए जाने को स्वीकार करते हैं.
हालांकि उन्होंने आख़िरी और तीसरे चरण में मतदान में उछाल आने की उम्मीद जताते हुए कहा, “बारामुल्ला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा के लोगों ने मुश्किल हालात में मतदान किया है. हमें इस बार भी अच्छे मतदान की उम्मीद है.”वहीं पीडीपी नेता वाहिद-उर-रहमान पारा ने श्रीनगर में कम मतदान को केंद्र सरकार की कठोर नीतियों का नतीज़ा बताया. उन्होंने कहा, “श्रीनगर में पीडीपी पर सालों से चल रही कार्रवाई, पार्टी कार्यकर्ताओं और विपक्ष के तीन गुटों में टूटने की स्थितियों ने मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के बजाय उनको मतदान से दूर कर दिया है.
”जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे चरण में 26 सीटों के लिए मतदान हुए थे. इसमें से 20 सीटों पर पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम वोट पड़े थे.बतादें अंतिम चरण में शेष 40 सीटों के लिए एक अक्टूबर को वोटिंग होगी. चुनावा परिणाम आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद घोषित होंगे.https://theleaderhindi.com/former-mp-of-aurangabad-targeted-at-the-right-time-that-tirangayatra-which-was-discussed-from-aimim-to-outside/